श्रद्धालु में कोरोना के लक्षण पाए गए। उसे तुरंत विशेष एम्बुलेंस से तिरुपति के आइसोलेशन वार्ड भेजा गया। हालांकि उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि नहीं हो पाई है। इसके बाद तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने तिरुपति से पैदल तिरुमला पहुँचने वाले अलपिरि मार्ग को बंद कर दिया। इसी के साथ बसों के पहाड़ पर स्थित तिरुमला जाने पाबंदी लगा दी गई। तिरुमला में मौजूद भक्तों काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। टीटीडी अभी तिरुमला में फसे लोगों को नीचे लाने में लगा है। तिरुमला को खली कराया जा रहा है।
कुछ ऐसा ही हाल श्री कालाहस्ती मंदिर का है। मंदिर में होने वाली राहु-केतु सर्पदोष निवारण पूजा सेवाओं को 31 मार्च तक रद्द कर दी गई है। इससे श्रद्धालुओं में निराशा देखी जा रही है। राहु-केतु पूजा मंडप में जहा लाखों भक्तों की भीड़ पूजा करने के लिए जमा होती थी आज वही मंडप सुनसान पड़े है। अधिकारियों ने कोरोना वायरस के मद्देनजर श्रीकालाहस्तीवारा में राहु-केतु सर्पदोष निवारण पूजा को रद्द करने का फैसला किया है। अभिषेक, चंडी, अनुष्ठान, विवाह समारोह और अर्जित सेवाओं को पूरी तरह से समाप्त करने का भी निर्णय लिया गया। मंदिर के ईओ चंद्रशेखर रेड्डी ने कहा कि इस महीने की 31 तारीख तक सेवाओं को रद्द कर दिया गया है।