इस अवसर पर श्री राजस्थान जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक समाज गदग के सदस्यों ने कहा कि हम सभी को प्रेरणा लेते हुए पक्षियों के लिए परिंडे लगाने चाहिए। उनमें निरंतर दाना पानी डालना चाहिए। राजस्थान पत्रिका की पहल का स्वागत करते हुए सभी को पक्षी मित्र अभियान से जुडऩा चाहिए। वर्तमान समय में शहर एवं आसपास के इलाको में जलाशयों का अभाव है। अधिकांश जलाशय सूखे पड़े हैं। ऐसे में इस तरह के अभियान की काफी जरूरत है ताकि पक्षियों को भूख प्यास से व्याकुल न होना पड़े। प्रारम्भ में राजस्थान पत्रिका हुब्बल्ली के संपादकीय प्रभारी अशोक सिंह राजपुरोहित ने कहा कि राजस्थान पत्रिका प्रतिवर्ष गर्मियों में बेजुबान पक्षियों के लिए परिंडे अभियान का आयोजन करती आ रही है। इस वर्ष भी अभियान शुरू हो चुका है। ऐसे में इस तरह के अभियानों में सभी को आगे आना चाहिए। इस अवसर पर श्री राजस्थान जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक समाज गदग के राजेश श्रीश्रीमाल पादरू, जीतेन्द्र शाह अरटवाड़ा, जयंतीलाल गादिया, दलीचन्द कवाड़ मोकलसर, विनोद बंदामूथा सायला, महेन्द्र बंदामूथा सिवाना, उमेश बाफना, रमेश भंसाली उपस्थित थे।
गर्मियों की शुरुआत हो चुकी है। मनुष्य तो जैसे-तैसे इस सीजन को गुजार लेता है लेकिन पक्षियों के लिए यह समय काफी मुश्किल भरा होता है। दरअसल शहर में नदी, तालाब पोखर न के बराबर हैं। ऐसे में पक्षियों के लिए अपनी प्यास बुझाना आसान नहीं है। इन हालातो में प्रतिवर्ष गर्मी के सीजन में सैकड़ों पक्षी भूख-प्यास से तड़पकर इस दुनिया को अलविदा कह देते हैं। पक्षियों की इसी परेशानी को दूर करने के लिए राजस्थान पत्रिका हर साल पत्रिका पक्षी मित्र अभियान चलाता है। इस अभियान के तहत घर, काम्प्लेक्स, मंदिर, कार्यालय, पार्क, गौशाला, सड़क और पेड़ों पर परिंडे बांधे जाते हैं। जिसमें पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था की जाती है। राजस्थान पत्रिका के इस अभियान से प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में लोग एवं सामाजिक संगठन जुड़ते हैं और पक्षियों के लिए परिंडे बांधते हैं। पत्रिका के इस अभियान से आप भी जुड़ सकते हैं। सामाजिक और धार्मिक संगठन, संस्थाएं, एनजीओ, व्यापार मंडल, स्कूल और कॉलेज आदि इस मुहिम का हिस्सा बन सकते हैं। किसी भी रूप में राजस्थान पत्रिका पक्षी मित्र अभियान से जुडऩे के लिए व्हाटसऐप नंबर- 9940318115 पर संदेश भेज सकते हैं। राजस्थान पत्रिका के पक्षी मित्र अभियान के तहत लोगों के सहयोग से भीषण गर्मी में पक्षियों के लिए जगह-जगह परिंडे बांधे जाएंगे। इसके तहत पक्षियों के लिए नियमित दाना-पानी की व्यवस्था की शपथ भी दिलाई जाएगी। राजस्थान पत्रिका पक्षी मित्र अभियान के साथ ही हरित प्रदेश अभियान, अमृतम जलम अभियान आदि जन सरोकार के काम में हमेशा अग्रणी रहा है।