रामदेव मरुधर सेवा संघ की ओर से प्रतिवर्ष माघ सुदी बीज को रामदेव महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत शोभायात्रा निकाली जाती है। शोभायात्रा रामदेव मंदिर से शुरू होकर कंचगार गली, महावीर गली, दाजीबानपेट, दुर्गदबेल होते हुए रामदेव मंदिर पहुंचकर संपन्न होती है। इसके साथ ही भाद्रपद शुक्ल द्वितीया को बाबा का पालना उत्सव का कार्यक्रम होता है। पालना उत्सव के दौरान भी शोभायात्रा निकाली जाती है। शोभायात्रा मंदिर परिसर से रवाना होकर पालना उत्सव के प्रमुख सहयोगी परिवार के निवास तक निकाली जाती है। इस बार पालना उत्सव के प्रमुख सहयोगी राजस्थान के बालोतरा जिले के मोकलसर मूल के मूथा वागमल भूराजी परिवार है। भाद्रपद शुक्ल नवमी को सत्संग का आयोजन किया जाता है। मंदिर निर्माण से पहले कुबसद गली में सत्संग का आयोजन किया जाता था।
रामदेव मरुधर सेवा संघ की ओर से समय-समय पर श्रीमद्भागवत समेत अन्य कथाओं का आयोजन भी करवाया जाता है। राजस्थान एवं अन्य स्थानों से आने वाले संत-महात्माओं का स्वागत किया जाता है। वर्तमान में संघ की ओर से 15 दिवसीय श्रीमद्भागवत, रामकथा एवं नानी बाई रो मायरों का आयोजन किया गया है। संघ में राजस्थान के हर जाति-वर्ग के लोग जुड़े हुए हैं। पिछले दिनों चेन्नई एवं बेंगलूरु से आए साइकिल यात्रियों का स्वागत किया गया। यह साइकिल यात्रा संघ हुब्बल्ली से होते हुए रामदेवरा गया था।
रामदेव मरुधर सेवा संघ के अध्यक्ष उदाराम प्रजापत थलवाड़ तथा चेयरमैन पारसमल विनायकिया है। इसके साथ ही अन्य पदाधिकारियों में नरपतसिंह बालावत एवं चैनाराम चौधरी उपाध्यक्ष, मालाराम देवासी बिठूजा सचिव, त्रिवेन्द्र खत्री हरजी सह सचिव, ललित दर्जी धुंधाड़ा कोषाध्यक्ष एवं जालमसिंह देवड़ा सवराटा सह कोषाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है। इसके साथ ही सलाहकार के रूप में कालूसिंह चौहान, भंवरलाल आर्य, बाबूलाल सीरवी, नाथूसिंह राजपुरोहित, मगन सेन, जामताराम देवासी, दूदाराम चौधरी थोब, रमेश शर्मा, हरीश सुथार, वेलाराम घांची धानसा, वेनाराम सीरवी, अभिषेक मेहता जोधपुर, सतीश माली, गोविन्द दर्जी, कोलाराम देवासी, भगवानराम प्रजापत, रावतसिंह राजपुरोहित, लक्ष्मीचन्द जैन, मांगीलाल कटारिया, कांतिलाल राजपुरोहित ओडवाड़ा, नैनाराम विश्नोई गुड़ामालानी, ईश्वर शर्मा, किशोर पटेल गोलिया चौधरियान, रामलाल चौधरी, धर्मेन्द्र माली, नरेश शर्मा, गोविन्द लोहार एवं सोहन चारण सेवाएं दे रहे हैं।
रामदेव मरुधर सेवा संघ के अध्यक्ष उदाराम प्रजापत थलवाड ने बताया कि बाबा रामदेव के प्रति भक्तों की अपार आस्था है। यही वजह है कि इससे सभी जाति-वर्ग के लोगों का जुड़ाव बना हुआ है। हुब्बल्ली में बाबा रामसा पीर का मंदिर बनने के बाद लोगों का झुकाव और अधिक हुआ है। अब यहां नियमित रूप से धार्मिक-सामाजिक आयोजन हो रहे हैं। आने वाले समय में मंदिर का और विस्तार किए जाने पर विचार किया जा रहा है।