नए साल के पहले देश के कोने-कोने से हर दिन श्रद्धालु मथुरा-वृंदावन पहुंचते हैं। अभी रोजाना एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु वृंदावन पहुंच रहे हैं। 30 दिसंबर से 5 जनवरी तक रोजाना ढाई लाख से ज्यादा लोगों के पहुंचने का अनुमान है। प्रशासन की ओर से ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन के लिए नई व्यवस्था बनाई थी लेकिन न्यायालय से अनुमति नहीं मिलने के कारण पुरानी व्यवस्था से ही दर्शन होंगे। ऐसे में मंदिर और आसपास के क्षेत्र में भीड के दबाव को कम करने का पूरा इंतजाम सेवायतों को ही करना होगा। साल के अंतिम सप्ताह में जिस तरह से श्रद्धालु आ रहे हैं उससे नए साल के आरंभ में हालात और भी खराब हो सकते हैं।
क्या कहती है बांके बिहारी प्रबंधन की एडवाइजरी?
श्रद्धालुओं की सबसे ज्यादा भीड़ बांकेबिहारी मंदिर में रहती है। सामान्य दिनों में भीड़ के चलते श्रद्धालुओं के बेहोश होने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इधर भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने लोगों से दर्शन न करने आने की अपील की है। बांके बिहारी प्रबंधन ने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी के मुताबिक, मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से बुजुर्ग और बच्चों को अपने साथ नहीं लाने की अपील की है। इसके साथ ही, गंभीर बीमार, दिव्यांगजनों और गर्भवती महिलाओं को भीड़ ज्यादा होने पर मंदिर न आने की अपील की गई है। मंदिर प्रबंधन ने अपील करते हुए कहा कि श्रद्धालु भीड़ का आंकलन करने के बाद ही वृंदावन आएं।
बाहरी वाहनों के प्रवेश पर लगी रोक
पुलिस प्रशासन भी लगातार बढ़ती भीड़ पर नजर बनाए हुए है। मंदिर के सेवायतों से भी पुलिस के अधिकारियों ने चर्चा की है। मंदिर में लोगों का ठहराव न हो इसके लिए योजना बनाई गई है। मंदिर के बाहर भी वन वे व्यवस्था की गई है। बाहरी वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। इसके अलावा मंदिर श्री राधारमण ,श्री राधावल्लभ और निधिवन में भी व्यवस्था चाक चौबंद की गई है।
बरसाना में भी उमड़ रही भीड़
साल के आखिरी सप्ताह में बरसाना में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। राधा रानी के मंदिर में 1 से डेढ़ लाख लोग रोज पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को मंदिर के गर्भगृह में क्षमता से ज्यादा लोग का दम घुट गया। यहां भी पुलिस प्रशासन ने मंदिर के आसपास बाहरी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।