30 साल से पूजा-पाठ कर रहे मंदिर के पुजारी की हत्या पर ग्रामीणों में आक्रोश, जानें क्या है पूरा मामला
Priest Murdered In Temple In Kushinagar: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 30 साल से मंदिर में पूजा कर रहे पुजारी की हत्या कर दी गई है। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। मौके पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पहुंचे और ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। आइये बताते हैं क्या है पूरा मामला ?
Priest Murdered In Temple In Kushinagar: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के अमवाखास थाना क्षेत्र के बरवापट्टी गांव में शिव मंदिर के पुजारी फलहारी बाबा की हत्या कर दी गई है। सुबह जब गांव के लोग पूजा करने मंदिर पहुंचे, तो वहां पुलिस तैनात मिली। यह देख ग्रामीणों में हलचल मच गई और सूचना पाकर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस ने बाबा के शव को तुरंत वहां से हटा दिया और आसपास फैले खून के धब्बों को जांच-पड़ताल किए बिना ही पानी से साफ कर दिया। इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
पुलिस ने क्या कहा ?
एसपी कुशीनगर संतोष मिश्रा ने कहा कि बरवापट्टी थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक पुलिस दल जो आज लगभग 1 बजे क्षेत्र में गश्त कर रहा था उसने अमवाखास गांव में राम जानकी मंदिर के पास सड़क पर एक घायल व्यक्ति को पड़ा देखा। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
फलहारी बाबा के रूप में हुई पहचान
एसपी कुशीनगर संतोष मिश्रा ने कहा आगे कहा कि शख्स की पहचान राम जानकी मंदिर के पुजारी बालकदास उर्फ फलहारी बाबा के रूप में हुई। फोरेंसिक विभाग और एसओजी की टीमें घटना की जांच कर रही हैं। हमने यहां जन प्रतिनिधियों और अन्य लोगों से चर्चा की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि मामले में कार्रवाई की जायेगी। दोषी पाए जाने वालों को सजा दी जाएगी। हमारा ध्यान अपराध को सुलझाने पर है।
मौके पर पहुंचे पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने पुलिस पर हत्या के सुबूत छिपाने और मामले को दबाने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि बिना किसी की जानकारी के सारे खून-धब्बे धो दिए गए हैं।
अजय कुमार लल्लू ने दी चेतावनी
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पुलिस से सवाल किया कि बिना पंचनामा किए शव को यहां से क्यों हटाया गया। बिना किसी जांच-पड़ताल के खून के धब्बों को पानी से साफ करने की क्या जरूरत थी? क्या पुलिस इस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है? उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दोषियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया, तो आंदोलन किया जाएगा।
आमवाखास गांव के रामजानकी मंदिर में 65 वर्षीय पुजारी, फलहारी बाबा, पिछले 30 वर्षों से रह रहे थे। बाबा अविवाहित थे। यह मंदिर रामजानकी ट्रस्ट के अंतर्गत आता है और मंदिर के नाम पर 30 एकड़ जमीन भी है। सोमवार की सुबह मंदिर में खून से लथपथ उनका शव मिला है।
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