scriptअब शरीर पर सीधे छापे जा सकते हैं बॉडी सेंसर्स, वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा डिवाइस | Wearable sensors printed directly on skin without heat | Patrika News
हॉट ऑन वेब

अब शरीर पर सीधे छापे जा सकते हैं बॉडी सेंसर्स, वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा डिवाइस

पेन स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एंड मैकेनिक्स के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा बायोमैट्रिक सेंसर्स (Biometric Sensors) बनाया है, जिसे सीधे त्वचा (Skin) पर छापा (Printed) जा सकता है।

Oct 12, 2020 / 05:31 pm

Vivhav Shukla

Wearable sensors printed directly on skin without heat

Wearable sensors printed directly on skin without heat

नई दिल्ली। हमारे फोन, समार्टवॉच में कई तरह के बायोमैट्रिक सेंसर (Biometric Sensor) लगे होते हैं जो हमें सटीक जानकारी देते हैं। लेकिन क्या हो अगर ये बायोमैट्रिक सेंसर हमारे शरीर (Body) में ही छापे (Printed) दिए जाए। दरअसल, पेन स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एंड मैकेनिक्स के शोधकर्ताओं ने एक ऐसा टैटू सेंसर विकसित किया है जिसे शरीर पर प्रिंट किया जा सकता है।

Parle-G का ऐलान, नफरत फैलाने वाले न्यूज़ चैनलों को कंपनी नहीं देगी विज्ञापन

शरीर पर सीधे होगा प्रिंट

पेन स्टेट डिपार्टमेंट में डोर्थी क्विगल करियर डेवलपमेंट प्रोफेसर हुआनयू लैरी चेंग ने इस उपकरण को बनाया है। इस अनोखे सेंसर्स को शरीर पर सीधे प्रिंट किया जा सकता है। चेंग ने इसे बनाने से पहले एक लचीले प्रिंटेड सर्किट बोर्ड को बनाया था लेकिन ये शरीर पर नहीं लगाया जा सकता है। जिसके बाद चेंग ने इस टैटू सेंसर विकसित किया।

एसीएस एप्लाइड मटेरियल्स एंड इटरफेसेस जर्नल में इस नए उपकरण के बारे में एक लेख प्रकाशित हुआ है। इस लेख में हार्बिन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ता ***** झांग ने बताया है कि शरीर पर सीधे सेंसर्स को प्रिंट करने के लिए फैब्रिकेशन तकनीक का सहारा लिया गया है। इसके लिए सिंटरिंग प्रक्रिया का उपयोग बॉन्डिंग के लिए किया गया।

अमेरिकी कंपनी का दावा, साल 2035 तक खत्म हो जाएगा दुनियाभर से सोना !

नौनोपार्टिकल से मिली मदद

झांग के मुताबिक फैब्रिकेशन में सेंसर के नौनोपार्टिकल एक दूसरे से उच्च तापमान में जुड़ जाते हैं। उन्होंने बताया पहले इसका तापमान 300 डिग्री सेल्सियस के आस पास होता है। जो इंसानी त्वचा बर्दाश्त नहीं कर सकती है। इंसानी शरीर का औसत तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस होता है और ये तापनाम 45 से अधिक होने पर शरीर में जलन होने लगती है।

इस समस्या से निपटने के लिए उनकी टीम ने सिंटरिंग की सहायता से बनी परत का प्रस्ताव दिया जिससे त्वचा को कोई नुकसान नहीं होगा और त्वचा पदार्थ से कम तापमान पर भी जुड़ सकेगी। जिसके बाद इसमें नो पार्टिकल्स को लगाया गया और इसके तापमान को कम किया गया।

समुद्र में कहां से आता है इतना नमक? जानें क्यों खारे होते हैं सागर

वाटरप्रूफ है ये सेंसर

बता दें ये नया सेंसर दिल की धड़कन की दर,ऑक्सीजन, नमी और तापमान को नाप सकता है। यह सेंसर वाटरप्रूफ ही है। हालांकि इसे गर्म पानी से इसे हटाया जा सकता है. इससे त्वचा को कोई नुकसान भी नहीं होता है।

Hindi News / Hot On Web / अब शरीर पर सीधे छापे जा सकते हैं बॉडी सेंसर्स, वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा डिवाइस

ट्रेंडिंग वीडियो