खास बात यह है कि हुआझी नाम ये गांव एक कृषि प्रधान गांव है। यानी यहां के लोगों का मुख्य व्यवसाय खेतीबाड़ी है। ज्यादातर लोग खेती से जुड़े हुए हैं। लेकिन खेती से जुड़े होने के बाद भी इस गांव के लोगों की लाइफस्टाइल कई शहरों के लोगों की लाइफस्टाइल पर भारी है।
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चीन के इस गांव के लोगों का रहन-सहन देखकर शहरों में रहने वाले लोगों को भी कमजोर नजर आते हैं। चीन के जियांगयिन शहर के पास बसे हुआझी गांव में रहने वाला हर शख्स इतना अमीर है जितना शहरों में रहने वाले भी नहीं।
किसानों की तरह करते हैं काम
हुआझी गांव के लोग अन्य गांव वालों की तरह ही खेतीबाड़ी के काम से जुड़े हुए हैं और यही काम करते है। लेकिन गांव के किसानों ने एक ऐसा आइडिया अपनाया, जिसके कारण वे दुनिया के सबसे अमीर गांवों में शुमार हो गए।
इस गांव में रहने वाला हर शख्स आलीशान घर के साथ-साथ महंगी गाड़ियों के मालिक हैं। इस गांव में सड़कें भी कच्ची नहीं बल्कि पक्की बनी हुई हैं। ड्रेनेज की व्यवस्था भी शहरों की तरह की गई है।
इस वजह से बने अमीर
इस गांव को 1961 में बसाया गया था। तब ये गांव काफी गरीब था। कृषि के लिए भी हालात ठीक नहीं थे। इसके बाद गांव में कम्न्यूनिस्ट पार्टी संगठन का गठन हुआ। इसके अध्यक्ष वू रेनवाओ ने गांव की सूरत ही बदल दी।
गांव के लोगों ने अलग-अलग खेती करने की जगह समूह में खेती करने की शुरुआत की। सामूहिक खेती की वजह से यहां के लोगों का भविष्य ऐसा बदला कि हर कोई लखपति बन गया।
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