कुछ दिनों मे ही उसका कारोबार वहां तक पहुंचा जहां से उसे सारे ‘माफियाओं का बाप’ माना जाने लगा। दरअसल पाब्लो के कोकीन ( Cocaine ) तस्करी में उतरने के बाद उसकी किस्मत पूरी तरह बदल गई। कोकीन ऐसा ड्रग्स है जिसे एक बार अंदर लेते ही इंसान दुनिया से बेपरवाह खुशी के सागर में खो जाता है।
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कोकिन ( Cocaine ) के बारे में कहा जाता है कि यह गांजे के बाद दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ड्रग है। इसी के जरिए एस्कोबार ( Escobar ) ने सालों तक अपना साम्राज्य कायम रखा। इसलिए पाब्लों को किंग ऑफ कोकीन कहा जाता था।
साल 1989 में फोर्ब्स पत्रिका ने पाब्लो एस्कोबार को दुनिया का सातवां सबसे अमीर शख्स घोषित किया था। उस वक़्त उसकी अनुमानित निजी संपत्ति 25 बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी आज के हिसाब से करीब 1875 अरब रुपये आंकी गई थी। उसके पास ढ़ेरों लग्जरी गाड़ियां थीं और सैकड़ों आलीशान घर थे।
ड्रग्स की दुनिया के सरताज के बारे में एक और किस्सा ये है कि एक बार वो कहीं सफर कर रहा था तो रास्ते में उसे ठंड लगी तो उसने गर्मी के लिए दो मिलियन डॉलर यानी करीब 15 करोड़ रुपये की नकदी ही जला दी। हालांकि हो सकता है कि ये बात बड़ा-चढ़ाकर कई गई हो पर इससे पाब्लो के रसूख के बारे में पता चल ही जाता है।
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पाब्लो के भाई रॉबर्टो के मुताबिक सिर्फ रुपयों की गड्डियों को बांधने के लिए वो हर हफ्ते 1000 डॉलर यानी करीब 75 हजार रुपये का रबर बैंड खरीदता था। कहते हैं कि उसकी आय का 1 बिलियन डॉलर यानी आज के हिसाब से करीब 75 अरब रुपये चूहे खा जाते थे।
पाब्लो ने कोलंबिया के सरकारी कर्मचारियों के प्रति एक ही उसूल अपनाया हुआ था, जिसके मुताबिक या तो रिश्वत लो या फिर गोली खाने के लिए तैयार रहो। पाब्लो एस्कोबार के इसी क्रूर रवैये और अपना वर्चस्व कायम रखने के चक्कर में उसके कई दुश्मन बन गए थे।