अब तक का सबसे Hightech अंतरिक्ष यान है Dragon 2, जानें दूसरे Spacecraft से है कितना अलग?
लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि इन कोशिकाओं के अंदर क्या होता है? दरअसल, वैज्ञानिकों ने इसके लिए एक खास उपकरण (Tracking device) बनाने में सफलता पाई है जो कोशिका (Cell) के अंदर ही रहकर उसकी गतिविधि की जानकारी दे सकता है।
इस ट्रैकिंग उपकरण (Tracking Device) बनाया है जिसे कोशिका (Cell) के अंदर डाला जा सकता है। जिसकी मदद से से वैज्ञानिक एक कोशिका की शुरू से ही विकास प्रक्रिया का सीधे तौर पर अवलोकन कर पाएंगे। बाथ यूनिवर्सिटी के बायोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री विभाग के वैज्ञानिकों ने यह उपकरण एक स्तनपायी जीव की कोशिका (Mammalian Cell) के अंदर जोड़ने में सफलता पाई है। जिसकी मदद से कोशिका के अंदर की यात्रा संभव हो गई है।
यह नैनोउपकरण एक मकड़ी की तरह है। उसके आठ लचीले पैर हैं। ये पैर कोशिका के अंदर होने वाले खिंचाव और दबाव के बलों (Forces) को बहुत सटीक माप सकते हैं। यह उपकरण कोशिका के साइटोप्लाज्म की गतिविधियों को पकड़ लेता है। ये एक तरह का नौनोडिवाइस है। जिसे वैज्ञानिकों ने एक भ्रूण कोशिका से जोड़ा है। इसकी मदद से कोशिकाओं के आम बर्ताव को समझा जा सकता है।
बाथ यूनिवर्सिटी के बायोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री विभाग के Professor Tony Perry ने बताया कि ये उपकरण कोशिका के अंदर के पदार्थ का बर्ताव जीन की अभिव्यक्ति के तौर पर कोशिका के बर्ताव में अहम भूमिका निभाता है। इसकी मदद से कोशिकाओं और उनके अणुओं के बारे में कई परिघटनाओं के बारे में तो पता चल जाता है, लेकिन इसमें फिजिक्स छूट रही थी।
आखिरकार मान गया China: वुहान के मीट बाजार से नहीं फैला Coronavirus
उन्होंने बताया कि इस Device के जरिए अब यह भी पता चल सकेगा कि कोशिकाओं में कौन से बल कैसे काम करते हैं । जिसकी मदद से कई बीमारी का बहुत ही आसानी से इलाज किया जा सकेगा।