जानिए इस ख़ास हेलिकॉप्टर से ही क्यों रैलियों में जाते हैं PM नरेंद्र मोदी अगर आप लोग अयोध्या मामले से वाकिफ हैं तो आप सभी को अयोध्या गोलीकांड भी याद होगा। वो दिन था 30 अक्टूबर साल 1990 जब अयोध्या में कारसेवकों की भीड़ इकट्ठा हो गयी। ये भीड़ लगातार बेकाबू हो रही थी। इस भीड़ को काबू करने में पुलिस और प्रशासन के पसीने छूटने लगे थे तभी अचानक भीड़ पर गोलियां बरसने लगती हैं जिसमें कई लोगों की जान चली गयी। इस घटना को ही गोलीकांड के नाम से जाना जाता है।
जिस समय यह घटना हुई उस समय मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश (
Uttar Pradesh ) के मुख्यमंत्री थे। मुलायम सिंह ने इस घटना के 23 साल बाद खुलासा किया था कि आखिर उन्होंने कार सेवकों पर गोली क्यों चलवाई थी। मुलायम ने बताया था कि उस समय मेरे सामने मंदिर-मस्जिद और देश की एकता का सवाल था। आगे उन्होंने बताया कि बीजेपी वालों ने अयोध्या में 11 लाख कारसेवकों की भीड़ इकठ्ठा कर दी।
Thanos ने मचाया Google पर बवाल, Avengers Endgame का ये विलेन गायब कर रहा सारे सर्च रिजल्ट्स यह भीड़ लगातार बेकाबू होती जा रही थी जिसे कंट्रोल करना मुश्किल होता जा रहा था ऐसे में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए मुलायम सिंह यादव ने पुलिस को उनपर गोली चलाने का आदेश दे दिया। इस गोलीबारी में 28 लोगों की मौत हो गयी थी। आपको बता दें कि मुलायम सिंह यादव ने इस खुलासे के दौरान कहा था कि उन्होंने देश की एकता के लिए अयोध्या में गोली चलवाई थी। अगर गोली नहीं चलती तो मुसलमानों का देश से विश्वास उठ जाता। उन्होंने कहा था कि गोली चलने का अफसोस उन्हें है मगर देश की एकता के लिए और जानें भी जातीं तो भी वो पीछे नहीं हटते।