पूरे रीति-रिवाजों के साथ रचाई गई शादी
दतिया नगर के हड़ापहाड़ के समीप चौरसिया परिवार में जन्मी निकिता चौरसिया ने शादी की सभी रस्मों को पूरे रीति-रिवाजों के साथ पूरा किया। पहले निकिता की ब्रह्मकुमारी आश्रम में मेहंदी, हल्दी की रस्म हुई। उसके बाद उन्होंने मैरिज गार्डन में जयमाला की रस्म को पूरा करते हुए भगवान शिव के साथ सात फेरे लिए। शादी के दौरान जमकर नाच गाना भी हुआ और मंगल गीत भी गाए गए।
दुल्हन के लिबास में सजी निकिता, बनी भगवान शिव की दुल्हनिया
निकिता की शादी पूरे दतिया जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। एमबीए पास निकिता की शादी में परिजनों के साथ ब्रम्हकुमारी आश्रम की बहनें और अन्य सदस्य मौजूद थे। इस दौरान निकिता पूरी तरह दुल्हन के लिबास में सजी थी। भगवान शिव की दुल्हन बनी निकिता का कहना है कि इस संसार में हर व्यक्ति दुखी है, चाहे उसके पास धन और दौलत हो लेकिन जो व्यक्ति महामार्ग को चुनता है। वह हमेशा सुख में रहता है, इसलिए उसने भगवान शिव को अपना पति मान कर पूरा जीवन न्यौछावर कर दिया है।
इस कदम के लिए समाज के सुनने पड़े ताने
देखने में शायद आपको भी लग रहा होगा कि यह शादी काफी आसान रही होगी। मगर आपको बता दें, निकिता और उसके परिजनों को समाज के ताने भी सुनने को मिल रहे हैं। निकिता के घरवालों का कहना है कि निकिता के भगवान शिव से शादी करने को लेकर समाज के लोगों ने इस सही नहीं कहा, लेकिन कुछ अच्छा करने वाला का विरोध तो हमेशा ही होता आया है।
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बचपन से ही भगवान शिव की भक्ति में लीन रहती थी निकिता
निकिता की मां के अनुसार, जब निकिता 6 साल की थी तभी से भगवान भोलेनाथ की भक्ति में लीन रहती थी, फिर वह पास के ब्रह्मकुमारी आश्रम में जाने लगी। वहीं, निकिता ने बताया है कि उसने सबसे पहले अपने माता पिता और परिवार जनों से राय ली, जब वह सहमत हो गये तो उसने भगवान भोलेनाथ से शादी कर उन्हें पति के रूप में चुन लिया है। शादी के बाद अब निकिता अपने पति महादेव के साथ प्रजापति ब्रह्मकुमारी आश्रम में रहेंगी।
इससे पहले राजस्थान की पूजा ने कि थी भगवान से शादी
बता दें कि इससे पहले राजस्थान की पूजा सिंह ने ‘भगवान श्री कृष्ण’ से विवाह किया था, जिसकी काफी आलोचना हुई थी। वहीं, कुछ लोगों ने इसकी तारीफ भी की। इसके बाद पूजा सिंह ने इस शादी को लेकर कहा था कि वह मांगलिक है और उन्होंने इस दोष को मिटाने के लिए भगवान से शादी की थी।