एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में 160 से ज़्यादा कोरोना वायरस वैक्सीन (corona vaccine) बन रही हैं। इनमें से करीब 26 ह्यूमन ट्रायल के फेज़ में पहुंच चुकी हैं। वहीं तीन वैक्सीन पर लोगों को सबसे ज्यादा उम्मीद नजर आ रही है। ये तीनों वैक्सीन (corona vaccine) रूस, यूनाइटेड किंगडम (UK) भारत में बन रही है। लेकिन सवाल ये है कि इनमें से कौन सबसे पहले बाजार में आने वाली है। आज हम आपकों इन्हीं वैक्सीनों के बारे में बताने वाले हैं कि इनमें से कौन ट्रायल के किस फेज़ में है और कब तक लॉंच की जा सकती है?
रूस की वैक्सीन
पहले नंबर पर है रूस की वैक्सीन (russian corona vaccine), रूस की सेचेनोव यूनिवर्सिटी (Russia Sechenov University .) ने दावा किया कि उसने दुनिया की पहली कोरोना वायरस (Coronavirus) वैक्सीन का सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा कर लिया है। ट्रांसलेशनल मेडिसिन एंड बायोटेक्नोलॉजी वुतिम तारासोव संस्थान के निदेशक अलेक्जेंडर लुकाशेव के अनुसार जिन लोगों पर इस वैक्सीन का परीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि विश्व की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus vaccine) का सफलता पूर्वक परीक्षण पूरा कर लिया गया है।
रूस के ‘द गैमली इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी’ द्वारा तैयार की गई वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल 18 जून से शुरू हुआ था। अलेक्जेंडर लुकाशेव का कहना है कि इस पूरे अध्ययन का उद्देश्य मानव स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कोरोना वायरस की वैक्सीन को सफलतापूर्वक तैयार करना था। लुकाशेव के मुताबिक बहुत जल्द यह जल्द बाजार में उपलब्ध होगी।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (University of Oxford) की वैक्सीन
दूसरे नंबर पर है ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (University of Oxford) और AstraZeneca कंपनी द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन। इसका अभी ह्यूमन ट्रायल ( Human trial of Corona vaccine ) चल रहा है और इसके बेहतर परिणाम निकलकर आए हैं। खबरों के मुताबिक ऑक्सफोर्ड युनिवर्सिटी की ओर से तैयार किए जा रहे इस वैक्सीन का सितंबर तक थोक प्रोडक्शन भी शुरू कर दिया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक ये वैक्सीन नवंबर तक लांच हो सकती है।
तीसरे नंबर पर है भारत की मेडिकल रिसर्च संस्था आईसीएमआर कोवैक्सिन नामक एंटी कोविड वैक्सीन (ICMR vaccine) । इसकी लॉंचिंग 15 अगस्त घोषित कर दी थी। खबरों में ये भी कहा गया था कि पीएम नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस के भाषण में वैक्सीन लॉंचिंग की घोषणा कर सकते हैं. लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो भारत में विकसित हो रही इस वैक्सीन को अभी लंबा सफर तय करना है। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के मुताबिक ये वैक्सीन कब तक आएगी, इसकी तारीख बताना मुश्किल है लेकिन साल के आखिर तक या 2021 की शुरूआत में यह वैक्सीन तैयार हो जाएगी।