झील में ये खजाना कैसे आया और नाग देवता यहां क्यों विराजमान रहते हैं इसका सटीक कारण आज तक कोई जान नहीं सकता है। यह रहस्यमी खजाना हिमाचल प्रदेश से 60 किलोमीटर की दूरी पर रोहांडा के घने जंगलों में स्थित है। इस झील का नाम कमरुनाग (Kamrunag Lake) है। झील के किनारे ही भगवान शिव का एक प्रसिद्ध मंदिर भी है। मान्यता है कि जो भी भक्त मंदिर में दर्शन करने आते हैं, वो इस झील में सोने-चांदी के गहने और रुपये-पैसे डालते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है।
इस झील में पड़ा खजाना देवताओं का माना जाता है। मंदिर के पुजारी के अनुसार झील के अंदर मौजूद खजाने की रखवाली एक खतरनाक नाग करता है, जो भी उस खजाने को निकालने की कोशिश करता है उसे खतरनाक अंजाम भुगतना पड़ता है। इसी कारण आज तक किसी की भी हिम्मत इसे निकालने की नहीं हुई। माना जाता है कि यह झील सीधे पाताल लोक तक जाती है इसलिए जो भी शख्स यहां मन्नत मांगता है उसकी सारी इच्छा पूरी होती है। मनोकामना के पूर्ण होने पर वहीं भक्त यहां दोबारा आकर झील में अपनी खुशी से सोना या चांदी के आभूषण डालते हैं।