सैफ्रोनर्ट ने बयान में कहा, “आधुनिकतावादी तैयब मेहता ने आज सैफ्रोनर्ट के समर ऑनलाइन नीलामी में 26.4 करोड़ रुपए में काली (1989) की बिक्री के साथ एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है।” मेहता का पिछला रिकॉर्ड मशहूर नीलामी घराने क्रिस्टी के साथ था। मई 2017 में उनकी पेंटिंग वुमन ऑफ रिक्शा (1994) क्रिस्टी की नीलामी में 22.99 करोड़ में बिकी थी।
तैयब मेहता का जन्म 26 जुलाई 1925 को गुजरात के खेड़ा जिले में हुआ था। उनका पालन-पोषण मुंबई के क्रावफोर्ड मार्केट में दावूदी बोहरा समुदाय में हुआ था। सन 1947 में उन्होंने विभाजन के बाद हुए दंगों में मुंबई के मोहम्मद अली रोड पर एक व्यक्ति को पत्थर से मारे जाने की ह्रदय विदारक घटना देखी थी। इस घटना ने उनको इतना प्रभावित किया कि उनके कामों में इसकी झलक कहीं न कहीं हमें दिख ही जाती है। सैफ्रोनर्ट ने काली के खरीदार के नाम का खुलासा नहीं किया और कहा कि ऐसा करना कंपनी के नियम के खिलाफ है। सैफ्रोनर्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व सह-संस्थापक दिनेश वजिरानी ने बिक्री की घोषणा के बाद आईएएनएस को बताया, “तैयब मेहता की काली ने आधुनिक भारतीय कला बिक्री में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है और भारतीय कला के लिए ऑनलाइन नीलामी के आगे का रास्ता प्रशस्त किया है।” जीवन का अधिकांश समय मुंबई में बिताने वाले मेहता का दो जुलाई 2009 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। साल 2007 में वह पद्म भूषण से नवाजे गए थे।