कोनेस्टोगा हाई स्कूल की 10 वीं कक्षा की यह भारतीय-अमेरिकी छात्रा एक एनजीओ ‘ब्राइटनिंग अ डे’ ( Brightening A Day ) चलाती है और वह यहां नर्सिंग होम में रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों के बीच प्यार बांटने में लगी है। हीता गुप्ता उन्हें हाथ से लिखे पत्र और तोहफे भेज रही है।
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गुप्ता ने इस बारे में मीडिया को बताया, ”मुझे यह सोचकर दुख होता कि कई नर्सिंग होम में रहने वाले लोग कितना अकेला और तनावग्रस्त महसूस करते होंगे क्योंकि वे अपने चाहने वालों से नहीं मिल सकते।’इस दौरान जब कई वरिष्ठ नागरिकों के बीच घबराहट पैदा हो रही है तो यह हमारी जिम्मेदारी है कि उन्हें बताएं कि वे अकेले नहीं हैं।
हीता ने बताया कि मैंने पहले खुद के पैसों से नर्सिंग होम ( Nuising Home ) को तोहफे भेजने शुरू किए। इस काम में उनकी मदद करता है उनका भाई, जो कि लोगों को प्रेति करने के लिए पत्र लिखता है। गुप्ता का एनजीओ अमेरिका के सात राज्यों में 50 अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में 2,700 से अधिक बच्चों तक पहुंच बना चुका है।
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गुप्ता की इस अनूठी पहल को हर कोई सराहा रहा है। नयी दिल्ली ( New Delhi ) स्थित अमेरिकी दूतावास ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ”कुछ प्रेरणा चाहिए? पेन्सिलवेनिया की 15 वर्षीय हीता गुप्ता अपने एनजीओ ‘ब्राइटेन अ डे’ के जरिए तोहफों के साथ नर्सिंग होम में रहने वाले लोगों की जिंदगियों को खुशियों से भर रही हैं।