डिजिटल अर्थव्यवस्था के बढऩे से बड़ी संख्या में रोजगार के मौके भारत की नई पीढ़ी की मुट्ठियों में आने का बेहतर परिदृश्य तेजी से आगे बढ़ा है। विश्व प्रसिद्ध मैकिंजी ग्लोबल इंस्टीट्यूट के द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट ‘डिजिटल इंडिया: टेक्नोलॉजी टू ट्रांसफॉर्म ए कनेक्टेड नेशन’ में कहा गया है कि भारत में डिजिटल अर्थव्यवस्था के तेजी से बढऩे से वर्ष 2025 तक देश की कई परम्परागत नौकरियों के समाप्त होने के बावजूद डिजिटलीकरण से करीब 2 करोड़ से अधिक नई नौकरियां निर्मित होते हुए दिखाई देंगी।
डिजिटल मार्केटिंग के तहत कॅरियर के लिए समय, दूरी और कार्यस्थल संबंधी कोई सीमाएं नहीं हैं। डिजिटल मार्केटिंग का कार्य घर पर रहते हुए भी सरलतापूर्वक किया जा सकता है। इस क्षेत्र में विभिन्न विशेषज्ञताओं से जुड़े कॅरियर के कई मौके हैं। इनमें डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, कंटेंट मार्केटिंग मैनेजर, कंटेंट राइटर्स, सोशल मीडिया मार्केटिंग एक्सपर्ट, सर्च इंजन मार्केटर्स, एसईओ एक्जीक्यूटिव, कॉपी एडिटर, स्टोरी बोर्ड आर्टिस्ट, एनीमेटर्स, प्रोग्रामर्स, वेब डिजाइनर और मीडिया मैनेजर जैसे पदों पर रोजगार के ढेरों अवसर उपलब्ध हैं। आइटी, टूरिज्म, बैंकिंग, रिटेल, सोशल मीडिया, हॉस्पिटेलिटी, ई-कॉमर्स आदि से संबंधित कंपनियों के लिए डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट की जरूरत बढ़ती जा रही है।
डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए अच्छी अंग्रेजी, कम्प्यूटर दक्षता, कम्यूनिकेशन स्किल, जनसंचार तथा विज्ञापन क्षेत्र से जुड़ी हुई स्किल्स उपयोगी होती हैं। तकनीकी कुशलता के संदर्भ में वेब डिजाइन, सोशल मीडिया, वेब संबंधित सॉफ्टवेयर का अच्छा ज्ञान लाभप्रद होता है। डिजिटल मार्केटिंग के लिए ईमेल, यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, टेलीग्राफ, ट्विटर, वेबसाइट्स, सोशल नेटवक्र्स, गूगल एड, सर्च रिजल्ट आदि के बारे में अच्छी जानकारी लाभप्रद होती है।
डिजिटल मार्केटिंग में अच्छा कॅरियर बनाने के लिए मैनेजमेंट, कॉमर्स, कम्प्यूटर, आइटी जैसी डिग्रियों और एमबीए की पढ़ाई के साथ डिजिटल मार्केटिंग के सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स फायदेमंद हो सकते हैं। एमबीए इन डिजिटल मार्केटिंग किया जाना भी अच्छा विकल्प है। देश के ज्यादातर विश्वविद्यालयों और कई निजी संस्थानों में डिजिटल मार्केटिंग के सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, डिग्री और पोस्ट ग्रेजुएशन के कोर्स संचालित किए जाते हैं।