पशुपालन में आज कई नई तकनीक विकसित हो रही हैं जोकि किसानों के लिए काफी लाभदायक साबित हो रही है। इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने डेयरी इंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट स्कीम संचालित की है। इस स्कीम के तहत 10 भैंस की डेयरी को 7 लाख का ऋण पशुधन विभाग मुहैया कराएगा। हर वर्ग के लिए सब्सिडी का भी प्रावधान है। योजना का लाभ सभी को मिले, इसके लिए कार्ययोजना बनाई गई है।
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कामधेनु और मिनी कामधेनु योजना पूर्व में संचालित की गई थी जिसके लिए गाय पालन करने वाले को खुद के पास से भी मोटी रकम लगानी होती थी। जमीन सहित तमाम शर्ते थीं, जिसको हर इंसान आसानी से पूरी नहीं कर पाता था। यह योजना जब शुरू हुई तो छोटी डेयरी की योजनाएं खत्म हो गईं। करीब एक साल पहले यह बड़े प्रोजेक्ट भी बंद हो गए. अब केंद्र सरकार ने गांवों में लोगों को रोजगार मुहैया कराने के साथ ही दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए डेयरी इंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट स्कीम शुरू की है। सरकार की ओर से फाइल मंजूर होते ही दो दिन के अंदर सब्सिडी भी दी जाएगी। सामान्य वर्ग के लिए 25 प्रतिशत और महिला व एससी वर्ग के लिए 33 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। यह सब्सिडी संबंधित डेयरी संचालक के ही खाते में रहेगी।