नई दिल्ली। अटलांटिक महासागर में टाइटैनिक जहाज को डूबे (Titanic Sink) कई साल बीत चुके हैं। इसके बावजूद इस खतरनाक हादसे की टीस आज भी लोगों के दिलों में हैं। इतने विशालकाय जहाज के समुद्र में डूब जाने से सभी हैरत में थे, लेकिन क्या आपको पता है टाइटैनिक के डूबने की सूचना (information) पहले ही मिल गई थी। अगर समय रहते इस पर ध्यान दिया जाता तो शायद इसे टाला जा सकता था।
4 साल से गले में टायर लेकर घूम रहा है मगरमच्छ, नहीं हुई किसी की निकालने की हिम्मत बताया जाता है कि गुल्येल्मो मारकोनी ने एक खास तरह का एंटीना बनाया था। जिसे रेडियो टेलीग्राफ का नाम दिया गया था। उन्होंने इसे टेस्ट करने के लिए कनाडा (Canada) के सेंट जॉन्स में समुद्र किनारे स्थित एक टीले को चुना था। मारकोनी ने बड़ी मशक्कत के बाद इंग्लैंड के पोल्ढू में अपनी मशीन को लगाया। बताया जाता है कि अटलांटिक के पार सिग्नल हिल स्थित एंटीना (Antenna) के जरिए संदेश आसानी से पहुंचाया जाने लगा।
मार्कोनी ने जिस सिग्नल हिल नाम की पहाड़ी पर ये प्रयोग किया था, वो साइंस की दुनिया में किसी चमत्कार से कम नहीं था। इसे मारकोनी की पहाड़ी के नाम से भी जाना जाता है। गौरतलब है कि इसी एंटीना के जरिए दुनिया को टाइटैनिक जहाज के खतरे में पड़ने और फिर डूबने का संदेश मिला था। मार्कोनी ने इंग्लैंड से भेजे गए रेडियो संदेश को पढ़ने के लिए रडार भी लगाया था।
Hindi News / Hot On Web / एक एंटीने ने पहले ही दे दिया था टाइटैनिक के डूबने का संकेत फिर भी नहीं बच सकी थी जान