अमेरिका की जैसिका ग्रिफिन एक 5 साल की बच्ची की की मां हैं। उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि, “मेरी बेटी कैलिन कर्क बीते बुधवार को स्कूल के लिए सुबह उठी तो अचानक बिस्तर से गिर पड़ी। वह कैसे भी उठी तो उसके पैर लड़खड़ाने लगे वो सही से चल नहीं पा रही थी। मुझे लगा कि उसका पैर सो गया है, इसलिए उठ नहीं रहा होगा। उसके बाद मैं उसके बालों में कंघी करने लगी जब मैं उसके बाल सुलझा रही थी उस समय कैलिन अटक-अटक कर बोल रही थी और उसके अल्फाज़ टूट रहे थे।” इतने में अचानक मेरी नजर उसके सर पर बने एक घाव पर पड़ी। उसके सर की त्वचा पर जब मैंने ध्यान से देखा तो मुझे वो किसी कीड़े के काटने का घाव लग रहा था।
जैसिका बताती हैं कि इतना डेक्टि ही वो फौरन हॉस्पिटल की तरफ भागी, जहां मेरी बेटी को इमरजेंसी रूम में शिफ्ट कर दिया गया। कुछ ही घंटों में डॉक्टर्स की टीम ने मुझे बताया कि कैलिन को ‘टिक पैरालाइज’ हुआ है। टिक के लार में न्यूरोटॉक्सिन का पता चला है। डॉक्टर्स का कहना था, एक बार टिक उसके स्कैल्प से टिक को हटाने के बाद कैलिन के सिमटम्स भी 12 से 24 घंटे के अंदर खत्म हो जाएंगे और वो ठीक हो जाएगी।” डॉक्टरों के मुताबिक टिक नाम के इस परजीवी में पैरालिसिस न्यूरोटॉक्सिनकी नाम का पदार्थ होता है जो उसकी लार में होता है ये टॉक्सिन नर्व फंक्शन को ब्लॉक कर देता है। इसके सिमटम्स दो से सात दिनों तक रहते हैं।