ज्योतिषाचार्यों के अनुसार चंद्र ग्रहण के बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण पड़ेगा। इस दिन एक साथ छह ग्रह वक्री रहेंगे। जिनमें बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु व केतु शामिल होंगे। छह ग्रहों के वक्री होने से बड़ा संकट उत्पन्न होने की आशंका रहती है। माना जाता है कि इससे प्राकृतिक आपदा के साथ ही महामारी आने की प्रबल आशंका होती है।
30 दिनों के अंतराल में 5 जुलाई को दोबारा चंद्र ग्रहण लगेगा। इस दौरान मंगल और सूर्य की राशि का परिवर्तन गुरु व धनु राशि में होगा। मगर उस दौरान वे वक्री रहेंगे इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है। माना जाता है कि इससे वैश्विक शक्त्यिों से देश की लड़ने की क्षमता कम हो सकती है।