केसला पोल्ट्री फार्म के नाम से बना समूह अपने लाभांश की राशि शेयर मार्केट में लगाता है। इसे साल के अंतिम दिनों में महिलाओं को बोनस के रूप मे बांटा जाता है। कुंती बाई का कहना है कि 38 करोड रूपए बैंक में है। कुछ राशि की एफडी भी कराई गई है और कुछ जगहों पर जमीन लेकर व्यवसाय को बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है। केसला के इन आदिवासी परिवारों के पास एक हजार शेड तक की क्षमता है। हर महिला 9 से 10 हजार रूपए प्रतिमाह कमा रही हैं।
केसला पोल्ट्री फार्म कम्पनी का टर्नओवर 38 करोड़ रूपए का है। इस समूह के सदस्य सुखतवा चिकन के नाम से की इसकी मार्केटिंग करते हंै।