‘वाका वाका’ फेम शकीरा को हो सकती है 8 साल की जेल, इस आरोप में फंसी सिंगर
‘वाका वाका ‘गर्ल और पॉप सिंगर शकीरा (Shakira) की मुश्किलों में फंसती हुई नजर रही हैं। सिंगर को टैक्स की धोखाधड़ी के आरोप में स्पेन में 8 साल की जेल हो सकती है। सिंगर पर तकरीबन 117 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का आरोप लगा है। स्पैनिश प्रॉसीक्यूटर ने शुक्रवार को म्यूजिक सुपरस्टार शकीरा के लिए आठ साल की जेल की मांग की है। बीते दिनों सिंगर ने कर चोरी के आरोपों पर एक याचिका को खारिज कर दिया था, जिसके बाद ये मांग की जा रही है।
pop singer shakira likely to get 8 years jail in tax fraud case
अभियोजकों ने शकीरा पर 2.4 करोड़ यूरो का जुर्माना लगाने की भी मांग की है। हालांकि अभी तक कोर्ट की तरफ से न कोई बयान आया है और न ट्रायल डेट दी गई है। शकीरा ने डील याचिका को खारिज करते हुए अपने वकील के माध्यम से एक बयान भी जारी किया। उन्होंने कहा- मैं निर्दोष हूं और अब इस केस को कोर्ट में जाने दीजिए। मैं टैक्स चोरी के सारे आरोपों अपनी बेगुनाही वहीं साबित करूंगी। मैंने किसी प्रकार की कोई भी टैक्स चोरी नहीं की है।
शकीरा के वकीलों का कहना है कि किसी भी मुकदमे के शुरू होने तक एक समझौता संभव है। अभियोजकों का कहना है कि शकीरा साल 2011 में स्पेन चली गईं थी, जब एफसी बार्सिलोना के डिफेंडर जेरार्ड पिक के साथ उनका रिश्ता सार्वजनिक हो गया। लेकिन उन्होंने 2015 तक बहामास में आधिकारिक कर निवास बनाए रखा था।
वहीं, इस पर शकीरा के वकीलों का कहना है कि 2014 तक उन्होंने अपना अधिकांश पैसा अंतरराष्ट्रीय दौरों से कमाया। इसके बाद 2015 में ही वह पूर्णकालिक रूप से स्पेन चली गईं और सभी कर दायित्वों को पूरा किया। उनका कहना है कि सिंगर ने स्पेनिश कर अधिकारियों को 17.2 मिलियन यूरो का भुगतान किया है।
शकीरा पर टैक्स चोरी करने के आरोप का मामला पहली बार 2018 में खबरों में आया था। उस समय स्पेन के वकीलों ने आरोप लगाया था कि 2021 से 2014 के सिंगर ने जो कमाई की है उस पर करीब 1.55 करोड़ डॉलर, यानी 120 करोड़ रुपए नहीं जमा कराए थे। इस मामले में शकीरा जून 2019 में अदलात में भी पेश हुई थीं। उन्होंने अपनी गवाही में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इंकार किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि टैक्स ऑफिस से जानकारी मिलते ही उन्होंने पैसे जमा कर दिए थे।
ये पहली बार नहीं है जब शकीरा किसी मुसीबत में फंसी हों, इससे पहले उनकी नाम पनामा पेपर्स लीक में भी आया था। पानामा पेपर्स ने दुनिया भर के उन लोगों खुलासा किया था, जिन्होंने लॉ कंपनी ‘मोसाक फोन्सेका’ की मदद से टैक्स हैवन कहे जाने वाले देशों में अपनी संपत्तियां बनाई थीं।