सर्दी के मौसम (Winter Health tips ) में गठिया जैसी बीमारियों से ग्रसित लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है, उनके जोड़ों का दर्द भी बढ़ता है। यदि आप कुछ सावधानियां रखते हैं तो आप अपनी सेहत का सही से ध्यान रख सकते हैं।
सर्दी के मौसम में ध्यान देने वाली बातें : Things to keep in mind during the winter season
विटामिन डी को पूरा करें : Winter Health tips
इस मौसम में सूरज की रोशनी (Winter Health tips ) आपके लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है। सर्दियों के दौरान हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी अधिक होती है, जिससे शरीर में अकड़न और जोड़ों में दर्द महसूस होता है। इसलिए, रोजाना कम से कम आधे घंटे धूप लेना और अपने आहार में विटामिन डी की मात्रा को बढ़ाना आवश्यक है।
योग अपनाएं : Winter Health tips
योग करने से न केवल आप तंदुरुस्त रहेंगे, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाव होगा। जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए गिद्धासन और प्राणायाम का अभ्यास करें। इसके साथ ही, दिनभर स्ट्रेचिंग करते रहना भी महत्वपूर्ण है। लंबे समय तक कंप्यूटर के सामने बैठने के कारण आपके जोड़ों में अकड़न आ सकती है, इसलिए अपनी शारीरिक गतिविधियों को बनाए रखें। ठंड के मौसम में कारगर उपाय : Effective remedies in cold weather
- इस मौसम ( (Winter Health tips ) में शरीर को गर्म रखने के लिए उचित कपड़ों का चयन करना अत्यंत आवश्यक है।
- ठंड से बचने के लिए गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- अपनी डाइट में हरी सब्जियों को भी शामिल करना न भूलें, क्योंकि ये हड्डियों के दर्द में राहत प्रदान करती हैं। सर्दियों में मेथी के लड्डू का सेवन करें और सुबह खाली पेट लहसुन का उपयोग करें।
- तिल के तेल का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है, इसलिए इसे अपने किचन में शामिल करें।
- विटामिन डी की मात्रा बढ़ाने के लिए रागी का आटा अपनी डाइट में शामिल करें, जिसमें कैल्शियम और आयरन प्रचुर मात्रा में होते हैं।
- जोड़ों के दर्द से बचने के लिए जॉइंट्स को गर्म पानी से सेंकना लाभकारी है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।