डायटीशियन बताती हैं कि जुकाम में आप दी खा सकते हैं। दरअसल दही में लैक्टोबैसिलस पाया जाता है जो प्रोबायोटिक और गुड बैक्टीरिया होता है। साथ ही यह एक फर्मेटेड आहार है जो इम्यूनिटी बूस्ट करने में मददगार होता है। जुकाम या फिर सर्दी होने पर इम्यूनिटी बूस्ट करने वाले आहार का सेवन करने की सला ही जाती है। ऐसे में आप सर्दियों में जुकाम होने पर भी दही का सेवन कर सकते हैं। इसे आपको अपनी थाली में शामिल करना चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि आप दही का सेवन सीमित मात्रा में करें। वहीं दही किस समय आप खा रहे हैं इस बात का भी ध्यान रखें।
सर्दी-जुकाम की परेशानी होने पर आप दोपहर के समय दी खा सकते हैं। अगर आप रात में दही या दही से बनी किसी चीज का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदेय हो सकता है। इससे अच्छा है आप दोपहर के समय दही का सेवन करें।
दही में प्रोटीन, विटामिंस, पोटेशियम और मैग्नीशियम भरपूर रूप से होता है। लैक्टोबैसिलस एक प्रोबाटिक आहार है, जो शरीर को हानिकारक बैक्टीरिया और संक्रमण को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। दही एक किण्वित आहार है जो विटामिन सी से भरपूर होता है। ऐसे में सर्दी-जुकाम की परेशानी होने पर यह आपके लिए एक बेहतरीन आहार को सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि जुकाम होने पर हमेशा फ्रेश दही का सेवन करें। फ्रिज में रखे हुए दही का सेवन न करें।
पाचन को करे बेहतर
दही का सेवन न सिर्फ सर्दी-जुकाम की परेशानी को दूर करने में लाभकारी होता है। बल्कि यह शरीर के पीएच लेवल को संतुलित करता है। इसके सेवन से एसिडिटी को रोका जा सकता है। वहीं यह पाचन को सुधारने में असरकारी है।
हड्डियों को मजबूत करने में भी दही आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। यह आपकी हड्डियों को मजबूत करता है। दही में कैल्शियम भरपूर रूप से होता है जो हड्डियों के घनत्व को बेहतर करता है। वहीं दही में कम कैलोरी और लो फैट होता है जो वजन को कम करने में मददगार हो सकता है।
दही के इस्तेमाल से स्किन मॉइस्चराइज होता है। यह स्किन के लिए बहुत ही प्रभावी होता है। यह आपकी स्किन को प्राकृतिक रूप से ड्राई होने से बचाता है। इसके अलावा इसमें गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की परेशानियों को दूर करने का गुण होता है। यह स्किन से मुंहासों को दूर करके आपकी सुंदरता को निखारता है। साथ ही चेहरे से मृत कोशिकाओं को हटाता है।