यह लिपिड स्किन की लोच को बरकरार रखने में मदद करता है। अगर आपकी स्किन में समय से पहले ही एजिंग के लक्षण दिखने को मिलने लगते हैं तो इसका अर्थ है कि आपकी स्किन में कोलेस्ट्रॉल की कमी है। अलग होता है।
फैटी एसिड सभी लिपिड्स के बीच एक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और आपकी स्किन को हेल्दी और जवान रखने में मदद करता है। सेरेमाइड
अगर आप अपनी स्किन की हाइड्रेशन और रुकावट पैदा करने वाले तत्वों को कम करना चाहते हैं तो आपको स्किन के अंदर इस लिपिड की मात्रा भी बढ़ानी होगी। अगर आपकी स्किन काफी ज्यादा रूखी है तो आपकी स्किन में सेरामाइड की कमी पाई जा सकती है।
अगर आपकी स्किन हेल्दी है तो इसका अर्थ है आपकी स्किन में यह सब लिपिड पूरी मात्रा में उपलब्ध हैं। दरअसल उम्र बढ़ने के साथ-साथ लिपिड की मात्रा स्किन से कम होने लगती है। इसलिए त्वचा की गुणवत्ता में भी फर्क आने लगता है। लिपिड में आने वाली कमी से स्किन डल होती जाती है और ड्राई स्किन और एजिंग के लक्षण भी साइड इफेक्ट के रूप में दिखने लगते हैं। इसलिए आप अगर लिपिड की मात्रा को अपनी स्किन में बरकरार रखना चाहते है तो लिपिड ट्रीटमेंट ले सकते हैं। लिपिड के उपचार के दौरान ध्यान रखें कि इसमें कोलेस्ट्रॉल और फैटी एसिड और सेरेमाइड की मात्रा 1:1:2 हो।
आप अगर अपने स्किन केयर में लिपिड को एड करना चाहते हैं तो आप काफी सारे ऐसे प्रोडक्ट्स का प्रयोग कर सकते हैं जिनमें यह लिपिड होते हैं। जिनसे आपकी स्किन असल में अच्छी हो सकती है। सुबह सुबह मुंह को धोने और टोन करने के बाद सीई फेरूलिक जैसे प्रोडक्ट का प्रयोग करें। इसके बाद आपको सनस्क्रीन का प्रयोग करना भी बिल्कुल नहीं भूलना है। रात में भी चेहरे को साफ करने के बाद रेटिनॉल से युक्त प्रोडक्ट का प्रयोग तो अपनी स्किन पर जरूर करें।
रात रात में ही आपको अपनी स्किन पर फर्क देखने को मिल जाएगा।
अगर आप अपनी स्किन को काफी समय तक जवान और ग्लोइंग बनाना चाहते हैं तो आप को अपने स्किन केयर और खान पान का विशेष तौर पर ध्यान रखना होगा। अपने स्किन केयर रूटीन में भी इस प्रकार के उत्पादों का पहले से अधिक प्रयोग करना चालू कर दें।