आमतौर पर बॉडी की कोशिकाएं के टूटने के प्रोसेस के द्वारा यूरिक एसिड बनता है। जब भी हमारा ब्लड रोजाना किडनी तक पहुंचता है तो किडनी ब्लड में मौजूद यूरिक एसिड को साफ़ करने का काम करती है। इसके बाद जो भी यूरिक एसिड बच जाता है जो पसीने के जरिए शरीर से निकल जाता है। लेकिन यदि बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक होने लग जाती है तो इन सारी प्रक्रियाओं के बाद भी ये पूरी तरह से बहार नहीं निकल पाता है। जिसके वजह से खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। ब्लड में यदि यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो इससे कई सारी बीमारी होने का खतरा रहता है। इसके ज्यादा होने से गाउट जैसी समस्या हो सकती है वहीं यूरिक एसिड के बढ़ने से किडनी में स्टोन या किडनी खराब होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है। कई सारे पेशेंट्स को इसके कारण दिल के रोगों और हड्डियों से जुड़ी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
यदि डॉक्टरों कि मानें तो बहुत ही कम लोगों में यूरिक एसिड बढ़ने से संभंधित लक्षण देखने को मिलते हैं। यदि इसके वजह से आपको गाउट होने की प्रॉब्लम हो रही है तो आपको जोड़ों में दर्द, बैठने में, चलने में व ज्यादा समय खड़े होने में प्रोब्लेम्स आ सकती है। इसके आलावा किडनी में पथरी की प्रॉब्लम के कारण पीठ दर्द, कमर दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है।
यूरिक एसिड बढ़ जाने पर आपको डाइट में अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। आपको ज्यादा शुगर कि मात्रा व शराब के सेवन को कंट्रोल करने की जरूरत होती है। इसके आलावा पेशेंट्स को ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए। वजन को कंट्रोल रखने के लिए आपको रोजाना रूप से एक्सरसाइज करना चाहिए। वहीं डॉक्टर से सलाह भी जरूर लेते रहें ताकि इस समस्या से आप सुरक्षित रहें।