दही में चिया बीज (Chia seeds Benefits) डालने से भी अनोखे लाभ प्राप्त होते हैं। चिया बीजों में ओमेगा 3 फैटी एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, आयरन,
प्रोटीन और फॉस्फोरस जैसे तत्व सेहत के लिए बहुत उपयोगी माने जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि चिया बीजों को पानी में भिगोकर खाने से आपको दोगुने लाभ मिलते हैं? इन्हें भिगोकर खाने से वजन कम करने से लेकर पाचन तंत्र को मजबूत बनाने तक कई फायदे मिलते हैं।
जानिए क्या है रात में भिगोकर चिया सीड्स खाने के फायदे : Know the benefits of eating chia seeds soaked overnight हड्डियों में फायदेमंद चिया सीड्स का सेवन हड्डियों को मजबूत करने के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। यदि आप रात भर पानी में भिगोकर चिया सीड्स का उपयोग करते हैं, तो यह आपकी हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्याओं के जोखिम को कम करता है। चिया सीड्स में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस की भरपूर मात्रा होती है।
Chia seeds Benefits : पाचन तंत्र में फायदेमंद
पाचन तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए चिया बीजों का उपयोग अत्यंत लाभकारी माना जाता है। चिया बीजों (Chia seeds Benefits) में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पेट में गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक होती है। पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए चिया बीजों को रातभर पानी में भिगोकर सेवन करने से विशेष लाभ होता है।
वजन कम करने मोटापे से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए चिया बीज का उपयोग अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है। प्रतिदिन सुबह, रात भर पानी में भिगोए गए चिया बीजों का सेवन करने से वजन घटाने में काफी सहायता मिलती है। इनमें कैलोरी की मात्रा कम होती है और फाइबर आपके पेट को संतृप्त रखता है।
हार्ट के लिए फायदेमंद चिया बीजों (Chia seeds Benefits) को पानी में भिगोकर सेवन करने से हृदय संबंधी समस्याओं और बीमारियों में काफी लाभ होता है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिए चिया बीजों का उपयोग अत्यंत लाभकारी है। इनमें पाए जाने वाले ओमेगा 3 फैटी एसिड हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।