खून की कमी
किडनी खराब होने का एक बड़ा लक्षण खून की कमी भी होती है। बार-बार अगर आपको खून की कमी हो रही तो किडनी की जांच जरूर करना चाहिए।
भूख की अचानक से कमी
अगर आपको अचानक से यह महसूस हो कि आपको भूख दिन प्रतिदिन कम लग रही तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। कई बार मिचली, उलटी, मुंह के स्वाद में बदलाव होने जैसे संकेत भी किडनी खराबी का ही होते हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि किडनी के फ़िल्टर करने की क्षमता कम होने से शरीर में विषाक्त पदार्थों की मात्रा बढ़ने लगती है।
चेहरे, पेट और पैरों में सूजन आने का संकेत भी किडनी के खराब होने से जुड़ा होता है। विशेष कर पैरों में पानी भरने या सूजन ज्यादा हो तो किडनी की जांच जरूर करा लें।
इन वजहों से किडनी खराब होने का जोखिम बढ़ता है
हाई बीपी के चलते भी कई बार किडनी पर प्रेशर पड़ता है। या कई बार किडनी के कारण हाई बीपी की समस्या हो जाती है। तीस से कम उम्र में हाई बीपी की समस्या में किडनी की खराबी के ज्यादा संकेत मिलते हैं।
किडनी इंफेक्शन एक प्रकार का यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होता है जो यूरेथ्रा या ब्लैडर से शुरू होकर एक या दोनों किडनी तक पहुंचता है। इस इंफेक्शन में तुरंत अगर इलाज न हो पाए तो ये किडनी को पूर्ण रूप से डैमेज कर सकती है। कई बार ब्लड स्ट्रीम में फैलने का खतरा होता है जिससे जानलेवा संक्रमण हो सकता है।
डायबिटीज से खतरा
अगर ब्लड शुगर हमेशा ही गड़बड़ रहता है तो भी इसका सीधा असर किडनी पर होता है। डायबिटीज की बीमारी कई बीमारियों को जन्म देती है और इसमें किडनी भी शामिल है।
मोटापा और खानपान की बिगड़ी आदतें किडनी को धीरे-धीरे इतना प्रेशर डालने लगती हैं कि उसके फिल्टर खराब होने लगते हैं।
दर्द निवारक दवाएं
दर्द निवारक दवाएं दर्द निवारक दवाएं बहुत ज्यादा लेने वालों में भी किडनी की समस्या देखी जाती है।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सा सलाह जरूर लें। । किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)