क्यों होता किडनी इंफेक्शन?- causes of kidney infection
किडनी में इंफेक्शन की वजह कई होती हैं। गलत खान-पान के अलावा कई बार ब्लैडर का इंफेक्शन या यूरेथ्रा यानि यूरिन को बाहर निकलने वाली ट्यूब में इंफेक्शन बढ़कर किडनी तक पहुंच जाता है। यूटीआई इंफेकशन अगर लंबे समय तक रहे तो वह भी किडनी इंफेक्शन का कारण बनता है। यही कारण है कि किडनी इंफेक्शन को ‘कॉम्प्लिकेटेड यूटीआई’ भी कहा जाता है।
किडनी इंफेक्शन के लक्षण-kidney infection symptoms
किडनी में होने वाले इंफेक्शन के संकेत शरीर कई तरह से देता है। इसमें प्रमुख रूप से स्पष्ट संकेत ये होते हैं। यूरिन का रंग और स्मेल-यूरिन किडनी के स्वस्थ्य के बारे में बताता है। यूरिन का रंग अगर सामान्य रंग से बदला नजर आए, जैसे अत्यधिक मटमैला, पीला या लाल तो ये किडनी के इंफेक्शन का कारण हो सकता है। कई बार यूरिन से आने वाली बदबू भी इसी का संकेत देती है।
बुखार और सर्दी का अहसास- यूरिन के जरिये ही नहीं किडनी इंफेक्शन के लक्षण का पता नहीं चलता, बल्कि कई बार तेज बुखार और सर्दी लगना भी किडनी इंफेक्शन का ही संकेत देता है। इस लक्षण के साथ यूरिन में जलन हो तो समझ लें ये किडनी इंफेकशन है।
कमर दर्द और उल्टी महसूस होना-कमर के निचले हिस्से में लगातार दर्द बने रहना भी एक संकेत है। कई बार ये इंफेक्शन के साथ दर्द भी बढ़ता जाता है। किडनी इंफेकशन के दौरान कमर को हिला-डुलाना भी मुश्किल होता है। साथ ही अगर मिचली सी बनी रहे तो ये संकेत स्पष्ट कर देता है कि किडनी में परेशानी है।
यूरिन महसूस होने के बाद भी पास न होना- यूरिन इंफेक्शन और किडनी इंफेक्शन में यह बहुत ही कॉमन लक्षण है कि इस दौरान व्यक्ति को लगता है कि उसे बहुत तेज यूरिन आ रहा है लेकिन जब वह यूरिन पास करने की कोशिश करता है तो पेशाब नहीं आता। लेकिन पेशाब आने के प्रेशर का अहसास लगातार होता रहता है। यदि कुछ लोगों को बार-बार अहसास होने के बाद पेशाब आता भी है तो इसकी मात्रा बहुत कम होती है और पेशाब करते समय तेज जलन और चुभन होने की समस्या होती है।
पेल्विक एरिया में दर्द- नाभि के नीचे और प्राइवेट पार्ट के बीच का हिस्से या नी पेल्विक एरिया में दर्द भी किडनी इंफेक्शन का संकेत है। यह दर्द तेज या हल्का भी हो सकता है। कुछ लोगों को यह दर्द अचानक उठता है जबकि कुछ में इंफेक्शन होने के बाद लगातार बना रह सकता है।
किडनी इंफेक्शन का इलाज- Treatment of Infection
किडनी इंफेक्शन का इलाज दवाओं से हो सकता है। हालांकि, लक्षण नजर आते ही अगर इलाज शुरू हो जाए तो इंफेक्शन किडनी में फैल नहीं पाता। यदि इलाज में देरी हो तो समस्या कई और बढ़ सकती है और इलाज में लंबा वक्त भी लगता है।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।