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Chronic Pain Treatment : अब पुराने से पुराने दर्द है होगा इलाज, हुई नई दवाओं की खोज

Chronic Pain Treatment : क्लीवलैंड क्लिनिक के वैज्ञानिकों की एक टीम पुराने दर्द से जूझ रहे मरीजों के इलाज के लिए दवाओं की खोज करने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग कर रही है।

जयपुरOct 05, 2024 / 03:15 pm

Manoj Kumar

AI Revolutionizes Chronic Pain Treatment: Breakthrough in Drug Discovery

AI Revolutionizes Chronic Pain Treatment: Breakthrough in Drug Discovery

Chronic Pain Treatment : पुराने दर्द से जूझ रहे मरीजों के लिए एक नई उम्मीद की किरण सामने आई है। क्लीवलैंड क्लिनिक और आईबीएम की साझेदारी से वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करते हुए दर्दनिवारक दवाओं की खोज में महत्वपूर्ण प्रगति की है। यह नई तकनीक नशामुक्त और गैर-ओपिओइड दवाओं की पहचान कर रही है, जो पुराने दर्द के उपचार में प्रभावी साबित हो सकती हैं।

एआई: दर्द प्रबंधन में अगला कदम AI: The next step in Chronic Pain management

Chronic Pain Treatment : पुराने दर्द के लिए अब तक मुख्य रूप से ओपिओइड दवाओं का उपयोग होता आया है, लेकिन इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स और लत की समस्या ने शोधकर्ताओं को नए विकल्पों की तलाश के लिए प्रेरित किया। इस दिशा में एआई का उपयोग एक बड़ा कदम है। क्लीवलैंड क्लिनिक के पोस्टडॉक्टोरल फेलो युंगुआंग क्यू के अनुसार, ओपिओइड दवाओं के दुष्प्रभावों से बचने के लिए वैज्ञानिक लंबे समय से सुरक्षित और प्रभावी विकल्पों की खोज कर रहे थे।
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आंत के माइक्रोबायोम से सुराग

इस अध्ययन में टीम ने आंत में पाए जाने वाले मेटाबोलाइट्स और पहले से मंजूर की गई एफडीए दवाओं का विश्लेषण किया। एआई के जरिए ये वैज्ञानिक यह पता लगा सके कि कौन से कंपाउंड दर्द रिसेप्टर्स पर प्रभावी ढंग से काम कर सकते हैं। यह काम पारंपरिक तरीकों से करना बहुत जटिल और समय लेने वाला होता, लेकिन एआई की मदद से यह प्रक्रिया कहीं अधिक सरल हो गई है।

एलआईएसए-सीपीआई: एआई मॉडल की भूमिका

वैज्ञानिकों ने अपने शोध में डीप लर्निंग मॉडल एलआईएसए-सीपीआई का उपयोग किया। यह मॉडल कंपाउंड और प्रोटीन के बीच होने वाले संपर्क को समझता है और यह अनुमान लगाता है कि कौन से कंपाउंड दर्द का उपचार करने में मददगार हो सकते हैं। एआई की सहायता से कुछ ऐसे तत्वों और दवाओं की पहचान की गई, जिन्हें पुराने दर्द (Chronic Pain Treatment) के इलाज में फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है। वर्तमान में इन दवाओं पर लैब परीक्षण चल रहे हैं।

भविष्य में और भी बीमारियों के इलाज की उम्मीद

इस शोध का महत्व केवल दर्द प्रबंधन तक सीमित नहीं है। टीम का मानना है कि इस तकनीक का उपयोग अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए भी किया जा सकता है। एआई के इन बुनियादी मॉडल्स का विस्तार कर, अन्य जटिल स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए दवाओं की खोज में तेजी लाई जा सकती है।

वैज्ञानिकों के लिए बड़ा लाभ

एआई तकनीक की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह दवाओं की पहचान और परीक्षण की प्रक्रिया को बेहद तेज और सटीक बना देती है। इससे वैज्ञानिकों को समय की बचत होती है और नए परीक्षणों के लिए दवाओं की उपयुक्त सूची तैयार करने में मदद मिलती है।
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Chronic Pain Treatment : पुराने दर्द (Chronic Pain) के इलाज के लिए एआई का उपयोग दवा विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। इस तकनीक की मदद से न केवल दर्द प्रबंधन के लिए बल्कि कई अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए भी नई दवाओं की खोज में तेजी लाई जा सकती है। भविष्य में यह एआई-आधारित दवा अनुसंधान और विकास को एक नई दिशा दे सकता है।

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