परीक्षण प्रक्रिया का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे खाद्य पदार्थों की जांच कराने जा रहे लोगों को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। मंत्री ने कहा कि शुरुआती चरण में खाद्य सुरक्षा एवं गुणवत्ता विभाग ने खाद्य पदार्थों में मिलावट का पता लगाने के लिए शहर के 10 मॉल में परीक्षण केंद्र स्थापित किए हैं।
जनता उपयोग में आने वाले खाद्य पदार्थों जैसे दालें, चीनी, खाना पकाने का तेल, चाय-पाउडर, नमक, दूध और दूध से बने उत्पाद जैसे घी, पनीर, मक्खन, सब्जियां, धनिया पाउडर, पीने का पानी (Pulses, sugar, cooking oil, tea-powder, vegetables, coriander powder, drinking water, salt, milk and milk products like ghee, cheese, butter, ) आदि की गुणवत्ता की जांच कर सकती है। उन्होंने कहा कि मोर और रिलायंस फ्रेश सहित सुपरमार्केट में खाद्य परीक्षण किट स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। सख्ती का उद्देश्य खाद्य निर्माताओं को नुकसान पहुंचाना नहीं है।
किसी भी घी में गोमांस की चर्बी नहीं
तिरुपति लड्डू Tirupati Laddu मामले के बाद जनता के बीच घी को लेकर काफी संशय था। जनता में इस बात को लेकर चिंता थी कि गोमांस की चर्बी का इस्तेमाल किया जा रहा है। Karnataka में पतंजलि सहित 230 प्रकार के घी ghee का परीक्षण किया गया है और कोई भी घी असुरक्षित नहीं पाया गया है। इसके अलावा, घी में गोमांस की वसा सामग्री नहीं मिली। जनता को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।