मारबर्ग वायरस से प्रभावित देश : Countries affected by Marburg virus
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेवल हेल्थ प्रो की तरफ से रवांडा, बुरुंडी, सेंट्रल अफ्रिकन रिपब्लिक, कॉन्गो, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ द कॉन्गो, गाबों, कीन्या, युगांडा, बोलिविया, ब्राजील, कोलंबिया, क्यूबा, डोमिनिकन रिपब्लिक, इक्वाडोर, गुया गुना, पनामा और पेरु जाने वाले यात्रियों को चेतावनी जारी की गई है। मारबर्ग वायरस क्या है : What is Marburg virus
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मारबर्ग वायरस बेहद खतरनाक वायरस है जिसका रेशो 88 प्रतिशत तक माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि यदि शुरूआत में यदि अच्छा इलाज हो जाता है तो इसे कम किया जा सकता है। इसका सबसे पहले पता 1967 में जर्मनी के मारबर्ग और फ्रैंकफर्ट और सर्बिया के बेलग्रेड में चला था। यह वायरस इंसान से इंसान में किसी भी तरल चीज से फैल सकता है।
मारबर्ग वायरस के लक्षण : Symptoms of Marburg Virus
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि इस वायरस में तेज बुखार, भयंकर सिरदर्द शुरू में होने लगता है। इसी के साथ मांसपेशियों में इसके लक्षण देखें गए है। तीसरे दिन दस्त, पेट दर्द, उल्टी जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जब ये लक्षण आने लगते हैं तो मरीज 2 से 7 दिनों के भीतर रैश का शिकार हो सकता है। पांचवे दिन मरीज के उल्टी और मल में खून, नाक, मसूड़ों और योनी से खून आने की शिकायत हो सकती है। इसी के साथ मरीज के आंखों से भी खून आने लगता है। यदि मामला गंभीर हो जाता है तो इससे 8,9 दिनों में मौत हो जाती है।
मारबर्ग वायरस से इन लोगों को ज्यादा खतरा : These people are more at risk from Marburg virus
विश्व स्वास्थ्य संगठन यदि कोई महिला गर्भवती है या किसी की इम्यूनिटी कमजोर है तो उनको इस वायरस से ज्यादा खतरा हो सकता है। इसलिए आपको उन लोागों से बचना चाहिए जिन लोगों के शरीर पर दाने निकले हुए है। डिसक्लेमरः यह जानकारी मीडिया रिपोर्टस पर आधारित है। यह रिपोर्ट सामान्य जानकारी के तौर पर लिखी गई है। इस पर पत्रिका कोई दावा नहीं करता है।