जब हम चलते हैं, तो हम अपने पैर पर अधिकतम दबाव डालते हैं। हमारे पैरों पर एक प्रेशर पॉइन्ट होता है। माना जाता है कि यह हमारी आंखों की नर्वस से जुड़ा है। घास पर सुबह नंगे पैर चलना इस प्रेशर पॉइन्ट को उत्तेजित कर सकता है और आपकी आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है।
यदि आप ठीक ढंग से नहीं सो पाते हैं तो आपको खाली पैर टहलना चाहिए। नंगे पैर चलने से जमीन का शारीर से सीधा संपर्क होता है जिस वजह से बॉडी में तनाव हार्मोन का लेवल कम होता है जो आपको अच्छी एक नींद दिलाने में काफी मददगार होता है।
नंगे पांव जमीन पर चलने से आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है। इससे आपका ध्यान एकाग्र होता है और मानसिक सजगता बढ़ती है, जिससे चिंता और अवसाद दूर होता है। एक शोध में बताया गया कि नंगे पैर हरी घास पर चलने से तनाव और चिंता में 62 फीसदी की कमी आती है।
पूरे दिन जब आप अपने पैर में जूते या चप्पल पहने हुए होते हैं तो इससे पैर में दर्द होने लगता है। ऐसे में नंगे पैर खुली हवा में रहने से, पैरों को भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है, साथ ही इससे रक्त संचार भी बेहतर होता है, जिससे पैर की थकान या दर्द आसानी से खत्म हो जाता है।
नंगे पैर चलना आपके पैरों के लिए एक बहुत ही अच्छा रहता है। यह आपके पैरों, टखनों और काल्व की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। इससे चोट, घुटने की ऐंठन और पीठ की समस्याओं से आपको छुटकारा मिलती है। इसके अलावा, यह आपके बॉडी पोस्चर को भी सीधा रखने में मदद करता है।