सोयाबीन आपके स्लीप साइकिल को ठीक करता है । और आपको नींद पूरा करने में मदद करता है । सोयाबीन में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जो बॉडी को जलाने में भरपूर नींद लाने के लिए उचित माना जाता है।
डायबिटीज रोगियों को अपनी डाइट में सोयाबीन को शामिल करना चाहिए। सोयाबीन लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड की श्रेणी में गिना जाता है, जिसमें कार्बोहाइड्रेट और वसा की कम मात्रा होती है। इतना ही नहीं इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन ग्लूकोज को नियंत्रित करता है और इंसुलिन में आने वाली बाधा को कम कर सकता है। शुगर को भी कण्ट्रोल करता है। सोयाबीन का सेवन करने से ब्लड में शुगर के लेवल को मेन्टेन रखने में मदद मिलती है। जिससे प्रेग्नेंट महिला को गेस्टेशनल शुगर जैसी समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
सोयाबीन खाने से हृदय स्वास्थ्य में सुधार होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो सूजन और हृदय रोग को रोकने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। सोयाबीन का सेवन करने से रक्त संचार को प्रभावित करने वाले कण को कम किया जा सकता है। सोयाबीन डायबीटीज और हार्ट डिजीज की रोकथाम करने में भी मदद करता है। इसमें मौजूद अनसैचरेटेड फैट्स बैड कलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इससे हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
प्रेगनेंसी में सोयाबीन का सेवन सुरक्षित हो सकता है। यह गर्भावस्था के दौरान ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाव, एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम की कमी को दूर करने और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने का काम कर सकता है। साथ ही इसे शिशु को हृदय रोग के जोखिम से भी बचाने के लिए भी जाना जाता है।