दस्त के कारण कई हो सकते हैं। अमूमन दस्त किसी खाद्य पदार्थों से एलर्जी,फूड प्वाइजनिंग, बैक्टिरियल इंफेक्शन, दूषित पानी, पाचन शक्ति खराब होने, दूषित खानपान, डायबिटीज, आंतों के रोग, शराब अधिक पीने के कारण होती है। कई बार कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स से भी ऐसा होता है।
बार-बार पानी की तरह मोशन होना, पेट में सूजन, ऐंठन, उबकाई और उल्टी आना इसके प्रमुख लक्षण हैं। अगर दस्त के साथ मल में रक्त या बलगम आने लगे या बुखार के साथ बेहद कमजोरी या बेहोशी सा महसूस हो तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। दस्त की दवा के साथ कुछ घरेलू उपचार आपके बहुत काम आ सकते हैं।
दस्त में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। सबसे पहले दवा इसकी पानी ही होता है। इसके लिए नमक-चीनी का घोल या ओआरएस का घोल लें। पानी की मात्रा खूब बढ़ा दें। शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स बढ़ाने के लिए स्पोर्ट्स ड्रिंक और इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक पीएं।
दस्त में एक साथ खाना न खाएं, बल्कि बहुत थोड़ा-थोड़ा लेकिन बार-बार खाएं। खाने में जल्दी पचने वाली चीजों को शामिल करने से बचें। इसके अलावा मसालेदार चीजों से दूर रहें।
दस्त में केला बहुत ही फायदेमंद होता है। आलू और शकरकंद, पकी हुई, मुलायम सब्जियां जिसमे कम रफेज हो और प्रोटीन ज्यादा हो। 4. जीरा पानी पीएं
1 लीटर पानी में एक चम्मच जीरे को ऊबाल लें और फिर ठंडा करके रख लें। आपको पानी तब तक उबालना है, जब तक यह उबलकर आधा न रह जाए। उसके बाद थोड़ी-थोड़ी मात्रा में उसका सेवन करें। यह दस्त रोकने का काफी अच्छा उपाय है।
ताजा नारियल पानी दस्त से पीड़ित रोगियों को पिलाने की सलाह दी जाती है। दरअसल नारियल पानी में पोटैशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। जो शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। ये लूज मोशन की वजह से होने वाले डिहाइड्रेशन से बचाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है।
कुछ खाद्य पदार्थ दस्त को बदतर बना सकते हैं। कुछ खाद्य पदार्थों से तब तक बचने की कोशिश करें जब तक कि लक्षण ठीक न हो जाएं। इन चीजों में डेयरी उत्पाद, तला हुआ भोजन, चटपटा खाना, शराब, कैफीन आदि के सेवन से बचें।