क्या था ब्रूस ली की मौत का असली कारण? What was the real cause of Bruce Lee’s death?
20 जुलाई 1973 को मात्र 32 साल की उम्र में ब्रूस ली (Bruce Lee) की मृत्यु ने दुनिया को स्तब्ध कर दिया था। उस समय की मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी मौत का कारण दिमाग की सूजन था, जिसे एक पेन किलर दवा के असर से जोड़ा गया था। परंतु, हाल ही में किए गए एक शोध ने इस पुरानी धारणा को बदल दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ब्रूस ली (Bruce Lee) की मौत का कारण ‘हाइपोनैट्रेमिया’ था, एक ऐसी स्थिति जिसमें शरीर में पानी की अधिकता से सोडियम का स्तर अत्यधिक कम हो जाता है।हाइपोनैट्रेमिया: जब पानी बनता है मौत का कारण
कनाडा में मैकगिल यूनिवर्सिटी हेल्थ सेंटर (आरआई-एमयूएचसी) के रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, अत्यधिक पानी पीने से हाइपोनैट्रेमिया का खतरा बढ़ सकता है। जब हम बहुत ज्यादा पानी का सेवन करते हैं, तो हमारे रक्त में सोडियम की मात्रा कम हो जाती है। इससे मस्तिष्क में सूजन हो सकती है, जिसे हाइपोनैट्रेमिया कहा जाता है। यही स्थिति ब्रूस ली (Bruce Lee) के साथ भी हुई थी।सही मात्रा में पानी का सेवन है जरूरी
पानी जीवन के लिए आवश्यक है, लेकिन इसकी मात्रा का संतुलन बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों के अनुसार, हर व्यक्ति की पानी की आवश्यकता उसकी शारीरिक स्थिति, जैसे – लंबाई, वजन और शारीरिक गतिविधियों के आधार पर भिन्न होती है। हालांकि, सामान्यतः दिन भर में 8-10 गिलास पानी का सेवन आदर्श माना जाता है।क्या अत्यधिक पानी पीना हो सकता है खतरनाक?
अत्यधिक पानी पीने से ओवरहाइड्रेशन हो सकता है, जिसमें किडनी अतिरिक्त पानी को बाहर नहीं निकाल पाती है, और शरीर में सोडियम का स्तर खतरनाक रूप से कम हो जाता है। इससे सिरदर्द, उल्टी, थकान, और गंभीर मामलों में मस्तिष्क की सूजन भी हो सकती है। इसलिए, पानी का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए ताकि हाइड्रेशन बनाए रखा जा सके, लेकिन ओवरहाइड्रेशन से बचा जा सके।ब्रूस ली की कहानी से मिली सीख
ब्रूस ली (Bruce Lee) की कहानी हमें यह सीख देती है कि जीवन में संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। पानी के प्रति उनका लगाव और ‘बी वॉटर माई फ्रेंड’ का संदेश आज भी प्रेरणादायक है। लेकिन, यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि किसी भी चीज की अधिकता, चाहे वह पानी ही क्यों न हो, खतरनाक हो सकती है। अतः, पानी का सेवन करते समय हमें अपनी शारीरिक आवश्यकताओं और स्थितियों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि हम स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।