एक वायरस दो रासायनिक घटकों न्यूक्लिक एसिड (जैसे जीनोम या आरएनए) और एक सुरक्षात्मक प्रोटीन कवच से बना होता है। कुछ वायरस में लिपिड का एक अतिरिक्त दूसरा कवच भी होता है जो उन्हें मनुष्यों और जानवरों की कोशिकाओं में प्रवेश करने में मदद करता है। वायरस परजीवी हैं क्योंकि उन्हें होस्ट सेल प्रक्रियाओं पर निर्भर करना पड़ता है अपनी संख्या बढ़ाने के लिए। एक तरह से वे जीवित रहने के लिए कोशिकाओं से जीवित रहने की सभी जरूरी चीजें छीन लेते हैं और ्रधीरे-धीरे सेल पर कब्जा कर लेते हैं। नतीजतनए मेजबान सेल ठीक से काम नहीं कर सकता है और पैथोलॉजी होती है।
मैं तीन दशकों से आरएनए वायरस का अध्ययन कर रही हूं क्योंकि ये वायरस डीएनए वायरस की तुलना में अधिक तेजी से विकसित होते हैं। यह एक हैरानी की बात है कि वायरस केसमूह में सभी आरएनए वायरस अलग-अलग होते हैं। वे हमेशा विकसित होने का प्रयास करते रहते हैं। नोवेल कोरोनोवायरस की शुरुआत में वारयरोलॉजिस्ट और वैज्ञानिक मान रहे थे कि यह अपने परिवार के पिछले सदस्य सार्स वायरस की ही तरह रास्ता तय करेगा और संभवत: जल्दी ही गायब हो जाएगा। लेकिन शुरुआत में यह नहीं मालूम था कि इसका संक्रमण अब तक के कोरोना वायरसों में सबसे तेज है। यह पूर्वके वायरसों की तुलना में कहीं अधिक संक्रामक है और किसी भी मध्यवर्ती जानवर या कीट के बिनाए सीधे मनुष्यों के बीच आसानी से प्रसारित होता है।
किसी भी वायरस के उभरने से पहले कोई भी इस तरह की महामारी के बारे में भविष्यवाणी नहीं कर सकता है। एक बेहतर तरीका यह है किविभिन््रन देशों की सरकारें और कानून निदान और वैक्सीन को जल्द से जल्द लागू करने में सक्षम हों। संक्रमित रोगियां की पहचान, संदिग्धों पर निगरानी, जल्दसे जल्द टीके या दवा का विकास तेजी से करने की आवश्यकता है।
फिलहाल तो टीके के आ जाने तक यही एक तरीका है। परीक्षण यह बता देता है कि किसे लोगों से दूर रखने की जरुरत है और किसे नहीं। इससे काफी संसाधन और परिश्रम बच जाता है। इसलिए यदि संभव हो तो नियमित रूप से परीक्षण करें। मेरा मानना है कि एक और साल भर के अंदर ही हमारे पास कोरोना के लिए एक से अधिक कारगर टीका उपलब्ध होगा।
रॉय का कहना हैकि कुछ देशों में कोरोना से होने वाली मौत रेकॉर्ड तो चुके हैं। हालांकि अभी अच्छी बात यह है कि यह महामारी अभी अपने शीर्ष तक नहीु पहुंची है। वर्तमान में हम इस महामारी को कैसे नियंत्रित करते हैं इसी के आधार पर हम कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर को रोक सकेंगे।