वर्ष 2023 को विनाशकारी जलवायु आपदाओं की एक सीरीज द्वारा चिह्नित किया गया है। जंगल की आग, बाढ़, लू और सूखा लोगों को विस्थापित कर रहे हैं, फसलें और पशुधन मर रहे हैं और वायु प्रदूषण की स्थिति खराब हो रही है। अत्यधिक गर्म होती दुनिया में हैजा, मलेरिया और डेंगू जैसी घातक बीमारियों का प्रसार बढ़ रहा है, इसके गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जिनके लिए ये संक्रमण विशेष रूप से गंभीर हो सकते हैं।
शोध से पता चलता है कि नुकसान गर्भ में भी शुरू हो सकता है, इससे गर्भावस्था से संबंधित जटिलताएं, समय से पहले जन्म, कम वजन और मृत बच्चे का जन्म हो सकता है। बच्चों के लिए, परिणाम जीवन भर रह सकते हैं, इससे उनके बड़े होने पर उनके शरीर और मस्तिष्क का विकास प्रभावित होता है।
हम इसे अपने जोखिम पर करते हैं। जलवायु संकट हर बच्चे के स्वास्थ्य और कल्याण के मौलिक अधिकार को खतरे में डाल रहा है। सीओपी28 से शुरू होने वाली तत्काल जलवायु कार्रवाई के केंद्र में बच्चों को सुनना और रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।