अस्पताल समूह की चौथी ‘हेल्थ ऑफ द नेशन’ रिपोर्ट में कैंसर (Cancer) के बढ़ते मामलों की चिंताजनक तस्वीर सामने आई है। रिपोर्ट बताती है कि भारत में न सिर्फ ज्यादा लोग कैंसर (Cancer) से पीड़ित हो रहे हैं बल्कि कम उम्र के लोगों में भी ये बीमारी तेजी से फैल रही है। ग्लोबल आबादी की तुलना में भारत में बहुत कम उम्र के लोग कैंसर (Cancer) जैसी बीमारी के साथ साथ हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure) , डायबिटीज (Diabetes) और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से भी जूझ रहे हैं।
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अपोलो की वाइस चेयरपर्सन डॉक्टर प्रीता रेड्डी का कहना है कि बीमारी होने के बाद इलाज कराने से अच्छा है कि बीमारी को रोका जाए। उन्होंने कहा “हम नहीं चाहते कि आप स्ट्रोक या कैंसर का इलाज कराने या फिर किसी बड़े ऑपरेशन के लिए हमारे पास आएं। हमारा मकसद है कि आप बीमारियों को रोकने को प्राथमिकता दें।”नियमित अंतराल पर डॉक्टर से सलाह जरुरी It is important to consult a doctor at regular intervals
उन्होंने कंपनी के निवारक स्वास्थ्य पर नवीनतम फोकस के बारे में बात करते हुए प्रोहेल्थ कार्यक्रम के बारे में बताया जो स्वास्थ्य विशेषज्ञों से नियमित अंतराल पर सलाह लेने में मदद करता है।
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उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार क्रांतिकारी स्वास्थ्य नीतियों को लाने के अपने दृष्टिकोण में “अभूतपूर्व” रही है, साथ ही उन्होंने आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन का भी उल्लेख किया। आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन” की सराहना Appreciation of “Ayushman Bharat Digital Health Mission”
उन्होंने भारत सरकार के “Ayushman Bharat Digital Health Mission” की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि ये मिशन क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि “आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन लोगों का डाटा इकट्ठा करेगा। इस डाटा की मदद से बीमारियों के बारे में पता लगाया जा सकता है और बीमारी होने के संकेतों को भी समझा जा सकता है। सरकार इस मिशन के जरिए बीमारियों को रोकने की दिशा में अहम कदम उठा रही है।”