उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप रक्त वाहिकाओं को कमजोर बनाता है, जिससे वे फटने का खतरा बढ़ जाता है।
धमनीविस्फार: रक्त वाहिका में उभार या कमजोरी फट सकती है, जिससे रक्तस्राव होता है।
रक्त पतला करने वाली दवाएं: कुछ दवाएं, जैसे कि एंटीकोआगुलंट्स या एंटीप्लेटलेट दवाएं, रक्त के थक्के जमने की क्षमता को कम करती हैं, जिससे रक्तस्राव का खतरा बढ़ जाता है।
अन्य कारण: मस्तिष्क ट्यूमर, रक्त के थक्के, और कुछ जन्मजात विकार भी मस्तिष्क रक्तस्राव का कारण बन सकते हैं।
मस्तिष्क रक्तस्राव लक्षण:
– कमजोरी या सुन्नता: शरीर के एक तरफ या दोनों तरफ कमजोरी या सुन्नता महसूस हो सकती है।
– बोलने या समझने में कठिनाई: बोलने में परेशानी या दूसरों की बात समझने में कठिनाई हो सकती है।
– समन्वय या संतुलन की हानि: चलने या संतुलन बनाए रखने में कठिनाई हो सकती है।
– दृष्टि परिवर्तन: धुंधली दृष्टि, दोहरी दृष्टि, या एक या दोनों आँखों में दृष्टि की हानि हो सकती है।
– भ्रम या परिवर्तित मानसिक स्थिति: भ्रम, भटकाव या चेतना की हानि हो सकती है।
– मतली और उल्टी: मतली और उल्टी हो सकती है।
तत्काल चिकित्सा सहायता:
– धूम्रपान न करें और शराब का सेवन सीमित करें।
– नियमित रूप से व्यायाम करें और स्वस्थ भोजन करें।
– सिर में चोट लगने से बचने के लिए सावधानी बरतें।
यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। यदि आपको मस्तिष्क रक्तस्राव का संदेह है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।