पाचन क्रिया को तंदुरुस्त बनाने में गुलाब जल या गुलाब की पंखुड़ियां दोनों ही आपके बेहद काम आ सकती हैं। बता दें कि यदि आप गुलाब जल से बनी हर्बल टी का सेवन करते हैं तो इससे ना केवल पेट की समस्याएं दूर हो सकती है बल्कि पाचन क्रिया भी बेहतर बन सकती है। इससे अलग यदि आप दही में डालकर गुलाब की पंखुड़ियों का सेवन करते हैं तब भी पाचन क्रिया को बेहतर बनाया जा सकता है।
गले में आमतौर पर व्यक्ति को खराश का या जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। बता दें कि गले में खराश की समस्या किसी वायरल या बैक्टीरिया के कारण हो सकती है। ऐसे में व्यक्ति गुलाब जल के सेवन से इस समस्या को दूर कर सकता है। जैसा कि हमने पहले भी बताया गुलाब जल के अंदर एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। ऐसे में इसके सेवन से ना केवल गले की खराश दूर होगी बल्कि गले से संबंधित कई समस्याओं से राहत मिल सकती है।
गुलाब के जल के सेवन से पित्ताशय और लिवर दोनों को आसानी से साफ किया जा सकता है। इसके अलावा पित्त स्राव को बेहतर करने में गुलाब जल बेहद मददगार है। बता दें कि ब्रोंकियल संक्रमण को कम करने में भी गुलाब रस या गुलाब की चाय का सेवन बेहद उपयोगी है।
1 – गुलाब जल को बनाने के लिए आपके पास 8 से 9 पत्तियां गुलाब की और उबला हुआ पानी होना जरूरी है। 2 – अब आप गुलाब की पंखुड़ियों को अच्छे से साफ करें। इसके लिए आप गर्म पानी की मदद भी ले सकते हैं, जिससे पंखुड़ियों पर मौजूद बैक्टीरिया दूर हो जाएं।
आप चाय के रूप में भी गुलाब जल का इस्तेमाल कर सकते हैं