बथुआ का इस्तेमाल रक्तपित्त को दूर करने के लिए किया जाता है। नाक-कान से खून निकलने की परेशानी से राहत पाने के लिए आप बथुआ के बीजों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए आप बथुआ के बीजों का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए 10 ग्राम बीजों को करीब 200 मिलिलीटर पानी में उबाल लें। इस पानी को तब तक उबालें जब तक यह 50 मिलिलीटर न रह जाए। इसके बाद गर्मागर्म इसका सेवन करें। महीने भर सुबह शाम इसका सेवन करने से जोड़ों के दर्द में लाभ मिलेगा।
बथुआ के बीजों से आप दांतों में दर्द की परेशानी को भी दूर कर सकते हैं। इसके लिए बथुआ के बीजों को भुनरर इसका चूर्ण तैयार कर लें। अब इस चूर्ण से अपने दांतों को रगड़ें। इससे दांत दर्द से छुटकारा मिलेगा। साथ ही मसूड़ों में होने वाली सूजन से भी राहत मिल सकता है। इसके अलावा बथुओ की पत्तियों को उबालकर पीने से भी दांतों के दर्द से आराम मिलता है।
पीरियड्स में अनियमितता को दूर करने के लिए बथुआ के बीजों का इस्तेमाल किया जा सकता है। पीरियड्स की अनियमितता को दूर करने के लिए आप बथुआ के बीजों और सोँठ को बराबर मात्रा में मिलाकर पाउडर तैयार कर लें। फिर 400 मिलीलीटर पानी मे करीब 15-20 ग्राम पाउडर मिला कर पानी को अच्छे से उबाल लें। जब पानी 100 ग्राम रह जाए, तो इसे छानकर दिन में 2 बार इसका सेवन करें। इस नुस्खोे को आजमाने से आपको तुरंत लाभ मिलेगा।
लिवर की परेशानियों को दूर करने और पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए आप बथुआ के बीजों का प्रयोग कर सकते हैं। साथ ही इससे लिवर के आस-पास की सख्ती भी दूर होती है। पीलिया की समस्या से ग्रसित होने पर छह ग्राम बथुआ के बीजों का सुबह शाम सेवन करने से पीलिया रोग से निजात मिल सकता है।
चेहरे के दाग-धब्बों को दूर करने के लिए बथुआ के बीजों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए बथुआ के बीजों को सिल पर अच्छे से पीस लें। अब इस पेस्ट को उबटन की तरह अपने शरीर पर लगाएं। इससे शरीर पर मौजूद मैल साफ हो जाएंगे। साथ ही चेहरे के दाग-धब्बे भी दूर हो सकते हैं।