Green Chillies Health Benefits : हार्ट और ब्लड शुगर में रामबाण है हरी मिर्ची , ऐसे करें इस्तेमाल
गिलोय (Guduchi):
गिलोय को ‘अमृता’ भी कहा जाता है और यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करने में मदद कर सकता है। यह यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को कम करने में सहायक हो सकता है और गठिया के लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकता है।
मेथी के बीजों में विशेष रूप से एक उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो यूरिक अम्ल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। मेथी के पत्तों का सेवन भी यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को कम करने में सहायक हो सकता है।
सोंठ के गुणों के कारण यह आयुर्वेदिक उपाय भी यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को कम करने में मदद कर सकता है। यह शरीर की पाचन प्रणाली को सुधारने में भी मदद कर सकता है जिससे यूरिक अम्ल की मात्रा कम हो सकती है।
अश्वगंधा एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपाय है जिसका उपयोग स्वास्थ्य सुधारने में किया जाता है। इसके सेवन से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सकती है और यूरिक अम्ल (High Uric Acid) की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
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आंवला (Indian Gooseberry):
आंवला में विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है जो यूरिक अम्ल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा, आंवला का सेवन शरीर की पाचन प्रणाली को सुधारने में भी मदद कर सकता है।
नीम के पत्तों और बीजों में यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को कम करने के गुण हो सकते हैं। नीम के प्रयोग से शरीर की साफ़ाई और अंतर्दोष प्रणाली में सुधार हो सकती है जिससे यूरिक अम्ल (High Uric Acid) की मात्रा कम हो सकती है।
पुनर्नवा के पौधों की जड़ों का सेवन भी यूरिक अम्ल (High Uric Acid) की मात्रा को कम करने में मदद कर सकता है। यह शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक हो सकता है जिससे यूरिक अम्ल के स्तर में सुधार हो सकता है।