हृदय बिंदु (हार्ट-3)- कलाई के बाहरी हिस्से में होता है।
रक्त प्रवाह बिंदु (लिवर-3) – यह पैर के अंगूठे के बीच में होता है।
अति रक्त प्रवाह बिंदु (स्पिलीन -6) – यह पैर के अंदरूनी हिस्से में तलवे के मध्य होता है।
अंगुलियों से दबाव डालना।
घुमावदार गति से दबाव डालना।
धीरे-धीरे दबाव डालना और छोडऩा सही प्रक्रिया है।
हृदय संबंधी बिंदुओं पर एक्यूप्रेशर तकनीक का प्रयोग करें।
हर बिंदु पर 3-5 मिनट दबाव डालें। इस समय रोगी की सांस लेने की दर व रक्तचाप मॉनिटर करें। ध्यान देने योग्य प्रशिक्षित चिकित्सक से परामर्श करें।
एक्यूप्रेशर के साथ-साथ डॉक्टरी सलाह और उपचार भी जरूरी है। गर्भवती महिलाओं व रोगियों को एक्यूप्रेशर चिकित्सा से पहले डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
- डॉ. पीयूष त्रिवेदी, एक्यूप्रेशर व आयुर्वेद विशेषज्ञ