स्क्रू से फिट किया गया न्यूरोस्टिम्यूलेटर न्यूरोसर्जन मार्टिन टिस्डल की अगुवाई में टीम ने सर्जरी के दौरान ओरान के स्कल की खाली जगह में स्क्रू से न्यूरोस्टिम्यूलेटर फिट किया। इससे जुड़े दो इलेक्ट्रोड दिमाग तक पहुंचाए गए। सर्जरी के बाद डिवाइस चालू कर दी गई। इसे रिचार्ज किया जा सकता है। दिमाग की असामान्य गतिविधियों के कारण मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। यह डिवाइस ऐसी गतिविधियों को नियंत्रित करता है।
आठ घंटे की सर्जरी, हालत पहले से बेहतर लंदन के ग्रेट ऑरमंड स्ट्रीट अस्पताल में यह सर्जरी परीक्षण के तौर पर की गई। ओरान नॉल्सन इस परीक्षण का हिस्सा बनने वाला दुनिया का पहला मरीज बना गया है। अब उसे दौरे कम आते हैं। वह पसंद के हर काम कर पाता है। वह अटेंशन-डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (आवेगपूर्ण बर्ताव) और ऑटिज्म (संचार में कठिनाई) से भी पीडि़त है, लेकिन उसकी मां मिर्गी को बच्चे की सबसे बड़ी बाधा मानती थी।