केवल हिन्दू होने का ही परिचय दें विश्व हिन्दू महासंघ की प्रदेश मीडिया प्रभारी निशा चौहान ने कविता के माध्यम से हिन्दुत्व के बारे में बताया। मंडल प्रभारी अवधेश गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ प्रदेश को प्रगति के पथ पर अग्रसारित कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष मतेंद्र सिंह गहलौत ने कहा कि हम सभी हिन्दुओं को एकता के सूत्र में बंधकर रहना चाहिए। जाति-पांत के भेदभाव को भूलकर केवल हिन्दू होने का ही परिचय दें। बागला डिग्री कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. एससी शर्मा, जिला संरक्षक रामगोपाल दीक्षित, जिला प्रभारी राजकुमार पाठक, जिला महामंत्री शरद प्रजापति, जिला उपाध्यक्ष डॉ. योगेंद्र सिंह, विमल कुमार शर्मा, गिरीश सेंगर, राजेश सिसौदिया, मातृ
शक्ति प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष शालिनी पाठक, नगराध्यक्ष मैंडू संजीव अग्रवाल ने भी विचार व्यक्त किये। संचालन विवेकशील राघव ने किया।
ये रहे उपस्थित इस अवसर पर नगराध्यक्ष मानवेंद्र प्रताप सिंह, जिला मीडिया प्रभारी राजीव शर्मा, रामकिशन शर्मा, प्रताप सिंह राघव, नरेंद्र प्रताप सिंह, दुर्गेश सेंगर, अशोक गहलौत, राजीव वर्मा, शोभित उपाध्याय, विट्टू दुबे, अखिल पचैरी, रागिनी, इंदू शर्मा, चन्द्रकांता शर्मा, कुसुमलता रावघ, कमलेश गुप्ता, पवन, कैलाश पौनियां, राजबाला, प्रमोद कुमारी सेंगर, पुष्पलता, अशोक उपाध्याय, कृष्णहरी कौशिक, विष्णु कुमार, पिंटू दीक्षित, अमित पौरुष, प्रशान्त उपाध्याय, सुमित शर्मा, दीपक ठाकुर, मोहित, आदि उपस्थित थे।
दलित समाज का मौन धरना 2 को हाथरस। अनुसूचित जाति जनजाति समाज के युवाओं ने अपने समाज से आव्हान किया है कि भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा संविधान में शोषित, पीड़ित, वंचित व कमजोर वर्ग के लिये संरक्षित कानून अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम 1989 (एससी/एसटी एक्ट 1989) जो सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कमजोर व निप्रभावी बना दिया गया है। यह कमजोर वर्गों के संवैधानिक अधिकार का खुला उल्लंघन एवं हनन है। सामाजिक कार्यकर्ता अंकित सोनी व अमन सिंह ने बताया कि इसी सन्दर्भ में 2 अप्रैल को सुबह 10 बजे एक दिवसीय मौन धरना का आयोजन डॉ. राममनोहर लोहिया की प्रतिमा के समक्ष तालाब चौराहा पर किया जाना है। बुद्धजीवियों, समाजसेवियों, बाबा साहब के अनुयायियों से अनुरोध किया है कि बाबा साहब के लिखित संविधान पर हो रहे कुठाराघात व कानूनों को ध्वस्त करने वाली प्रक्रिया को रोकने में एक दिवसीय मौन धरना में अपनी उपस्थिति दर्ज करायें।