सुरक्षाकर्मियों ने धक्का देकर किया स्टार्ट
दरअसल मामला यह था कि कैदियों को लेकर आ रही गाड़ी बीच रास्ते में बंद हो गई। गाड़ी में मौजूद सुरक्षाकर्मी स्थिति को लेकर चिंतित हो गए और स्थानीय पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंच गया। गाड़ी को ठीक करने का भरसक प्रयास किया गया। लेकिन जब समस्या हल नहीं हुई तो सुरक्षाकर्मियों ने गाड़ी को धक्का देकर स्टार्ट किया और न्यायालय के दरवाजे तक ले गए। लंबी यात्रा करके हाथरस न्यायालय आते है कैदी
गौरतलब है कि
हाथरस जिला बने 27 साल हो चुके हैं, लेकिन यहां अभी तक जेल नहीं बनाई गई है। ऐसे में कैदियों को रोजाना कड़ी सुरक्षा के बीच अलीगढ़ जेल से हाथरस न्यायालय तक लाया जाता है। यह यात्रा लगभग 100 किलोमीटर लंबी होती है। इस दौरान कैदियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई। उन्हें गाड़ी से बाहर नहीं निकाला गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। गाड़ी को स्टार्ट करने के बाद सुरक्षाकर्मी कैदियों को सुरक्षित न्यायालय लेकर पहुंचे।
इस गाड़ी के अचानक खराब होने पर कई सवाल उठे। पुलिस कर्मियों का कहना था कि यह गाड़ी हाल ही में आई थी, फिर भी यह अचानक बंद हो गई। इस तकनीकी समस्या को लेकर जांच की आवश्यकता है, क्योंकि इससे कैदियों और सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। घटना के बाद पुलिस और न्यायालय प्रशासन ने कैदियों की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। यह घटना भविष्य में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा और सुधार की आवश्यकता पर जोर देती है।