हर महीने के पहले मंगलवार को होता है सत्संग का आयोजन
बताया जाता है कि हाथरस में भोले बाबा का सत्संग हर महीने के पहले मंगलवार को आयोजित किया जाता है। इसी कड़ी में मंगलवार दो जुलाई को यहां सत्संग का आयोजन किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं बच्चों के साथ पहुंची थी। जानकारी के अनुसार सत्संग समापन के बाद भगदड़ से हादसा हुआ। भगदड़ में कई लोगों की मौत की आशंका है। भोले बाबा के सत्संग के समापन में भगदड़ हुई। घटना करीब दोपहर एक बजे की बताई जा रही है। हाथरस-एटा बॉर्डर पर चल रहा था सत्संग
भोले बाबा का सत्संग एटा-हाथरस बॉर्डर के रतीभानपुर में चल रहा था। कई घायलों को एटा मेडिकल कॉलेज लाया गया है। इस हादसे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया। मुख्यमंत्री नेहाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
कौन है भोले बाबा, जिसके सत्संग में हो गईं इतनी मौतें?
हाथरस में हर महीने के पहले मंगलवार को सत्संग का आयोजन करने वाले भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है। नारायण साकार हरि एटा जिले बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं। अध्यात्म की दुनिया में आने से पहले वह गुप्तचर विभाग में थे। नारायण साकार अपनी पत्नी के साथ सत्संग करते हैं। इनके सत्संग को ‘मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम’ कहा जाता है। साकार हरि को पटियाली वाले बाबा नारायण साकार हरि के नाम से भी जाना जाता है। इनके सत्संग में हमेशा ही हजारों की तादाद में लोग आते हैं। 2 साल पहले भी जब देश में कोराना की लहर चल रही थी, उस समय उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में मई, 2022 में इनके सत्संग का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन ने सत्संग में केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कानून की धज्जियां उड़ाते हुए 50,000 से अधिक लोग सत्संग में शामिल हुए थे। यहां उमड़ी भीड़ के चलते शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। उस समय भी जिला प्रशासन ने आयोजकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।