उधर, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आरोपियों के परिजनों का कहना है कि जब जांच ही पूरी नहीं हुई है तो ऐसे में सीबीआई कोर्ट में कुछ खास अपनी रिपोर्ट में नहीं बता सकेगी। उन्होंने फिर दोहराते हुए कहा कि हमारे बच्चों ने कुछ नहीं किया है। सीबीआई फिर चाहे कोई भी टेस्ट करा ले, हमें कोई परेशानी नहीं है। आरोपी रामू के पिता राकेश ने कहा कि बताया गया है कि उनके बेटे समेत चारों आरोपियों को गुजरात ले जाया गया है। इसकी जानकारी उन्हें नहीं दी गई।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पीड़िता के घर पर सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा है। वहीं इस मामले में हाईकोर्ट ने सीबीआई को स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद सीबीआई अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए मामले में अभी तक की जांच के बारे में जानकारी देगी। बताया जा रहा है कि इस दौरान चारों आरोपियों के पॉलीग्राफी टेस्ट और ब्रेन मैपिंग संबंधित जानकारी भी दी जा सकती है।