क्या है पूरा मामला?
अपने जनपद में भ्रमण के दौरान मंत्री असीम अरुण ने हरदोई मेडिकल कॉलेज में रक्तदान शिविर का शुभारंभ किया। ऐसे में उन्हें शिकायत मिली कि हॉस्पिटल की व्यवस्थाएं लचर हैं और बाहर की दवाएं लिखी जाती हैं। इससे मरीजों को परेशानी होती है। मंत्री असीम अरुण ने इसकी जांच की और पाया कि हॉस्पिटल में दवाएं और सुविधाएं होते हुए भी बाहर से जाँच कराया जा रहा है और दवाएं मंगाई जा रही हैं।
मंत्री असीम अरुण ने जताई नाराजगी
मंत्री असीम अरुण ने कॉलेज के प्रिंसिपल आर्य देशदीपक और डॉ. जेके वर्मा को मौके पर तलब किया। उन्होंने इस मुद्दे पर नाराजगी जताई। मंत्री असीम अरुण ने जिलाधिकारी को जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जांच के बाद दोषियों को दंडित किया जाए। पूर्व आईपीएस हैं असीम अरुण
असीम अरुण कन्नौज से बीजेपी विधायक और प्रदेश की सरकार में समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण के स्वतंत्र प्रभार में मंत्री हैं। वो 1994 बैच के आईपीएस अफसर हैं। साल 2022 में उन्होंने आईपीएस की नौकरी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के साथ राजनितिक जीवन की शुरुआत की थी।